मोतिहारी. गांधी की कर्म भूमि कहा जाने वाला पूर्वी चंपारण आपराधिक घटनाओं को लेकर उतर बिहार का पहला जिला बन गया है । मोतिहारी हत्या के मामले में मुजफ्फरपुर के बराबर पर है लेकिन संज्ञेय अपराध में मोतिहारी उतर बिहार के जिलों में शीर्ष पर है । इसका खुलासा स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के जारी किए गए आंकड़ों से हुआ है । आंकड़ा पर गौर करें तो मोतिहारी में हत्या के 54 व मुजफ्फरपुर में हत्या के 54 मामले बराबर हैं। लेकिन संज्ञेय अपराध में मोतिहारी में 6444 व मुजफ्फरपुर में 5800 दर्शाया गया है ।
लूट के मामले में समस्तीपुर शीर्ष पर तो मोतिहारी दूसरे स्थान पर है। यह आंकड़ा जनवरी 2022 से मई 2022 तक का बताया जा रहा है । दुष्कर्म के मामले में मुजफ्फरपुर पहले स्थान पर तो मधुबनी दूसरे स्थान पर है. वहीं, मोतिहारी पुलिस के लिए राहत की बात है कि घटना के बाद त्वरित करवाई करते अधिकांश कांड का खुलासा कर घटना में शामिल अपराधियो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है ।
स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जनवरी से मई 2022 तक जारी आंकड़े में संज्ञेय अपराध में मोतिहारी पहला स्थान पर है । स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के द्वारा जारी आंकड़ा में मोतिहारी में संज्ञेय अपराध 6444, हत्या 54, लूट 63, दुष्कर्म 23 हुआ. वहीं मुजफ्फरपुर में संज्ञेय अपराध 5800, हत्या 54, लूट 34 व दुष्कर्म 34 जबकि बेतिया में संज्ञेय अपराध 3830 , लूट 10 , हत्या 13 , दुष्कर्म 10 हुआ. बगहा में संज्ञेय अपराध 1564, हत्या 23, लूट 06, दुष्कर्म 12 हुआ. सीतामढ़ी में संज्ञेय अपराध 3510, हत्या 26, लूट 31, दुष्कर्म 20 हुआ. शिवहर में संज्ञेय अपराध 830 के आलावा हत्या 06, लूट 02, दुष्कर्म 05 हुआ. तिरहुत रेंज में संज्ञेय अपराध 13984, हत्या 131, लूट 113, दुष्कर्म 73 हुआ जबकि चंपारण रेंज में संज्ञेय अपराध 12038, हत्या 90, लूट 79, दुष्कर्म के 45 मामले सामने आए।
हालांकि मोतिहारी पुलिस लगातार अपराधियो के विरुद्ध मुहिम चला रही है. पुलिस सूत्रों की माने तो 100 से अधिक शातिर व कुख्यात अपराधी को मोतिहारी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। वहीं अपराधियो के विरुद्ध स्पीडली ट्रायल चलाकर अपराधियो को सजा दिलाने में भी जुटी है।