पटना. गंगा ने अपने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. गंगा के जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा में सबसे ज्यादा बाढ़ 1976 में आई थी, जो रिकॉर्ड 2016 में टूट गया था. 2016 में गंगा खतरे के निशान से 141.5 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी और 2021 ने उस रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया है.
गंगा के हाई फ्लड लेवल का सारा रिकॉर्ड आज टूट गया है. आज सुबह 5 बजे गंगा 2016 की तुलना में डेढ़ सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है. 2016 का हाई फ्लड लेवल 141.5 सेंटीमीटर था, जबकि 2021 में आज सुबह गंगा 154 सेंटीमीटर तक पहुंच गई है. केंद्रीय जल आयोग के द्वारा जारी बयान के अनुसार प्रति 3 घंटे में एक सेंटीमीटर की दर से गंगा बढ़ रही है. गंगा में ये बढ़त अभी कुछ दिन और जारी रहने की संभावना है.
बक्सर और पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़त जारी है, जिससे तटीय इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. लाखों की आबादी प्रभावित हुई है. जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बाढ़ पीड़ितों का आरोप है कि सरकार की तरफ से कोई भी सुविधा अभी तक नहीं पहुंचाई गई है. सैकड़ों गांव जलमग्न है, तो दर्जनों शहर बाढ़ की चपेट में है. गंगा के दोनों किनारों पर निवास का क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोग काफी डरे सहमे हैं.