PATNA: बिहार के सारण जिला से सटे उत्तर प्रदेश के बलिया अन्तर्गत दूबे छपरा में नमामि गंगे के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित 5 दिवसीय ‘गंगा यात्रा’ के शुभारंभ के मौके पर वहां की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल के साथ मां गंगा की आरती-पूजन के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार सरकार 2,836 करोड़ की लागत से 190 किमी पाइप लाइन के जरिए पेयजल के लिए गंगा का पानी गया, बोधगया व राजगीर तथा दूसरे चरण में नवादा तक पहुंचायेगी। जून, 2021 तक इस परियोजना को पूर्ण करने का लक्ष्य है।
सुशील मोदी ने कहा कि ‘नमामि गंगे’ का लक्ष्य अब केवल गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाना ही नहीं बल्कि ‘अर्थ गंगा’ की ओर कदम बढ़ाना है ताकि गंगा किनारे की पंचायतों की अर्थव्यवस्था को गंगा पर आधारित कर मजबूत बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने नमामि गंगा के तहत बिहार के लिए 5,858 करोड़ की 52 परियोजनाओं की स्वीकृति दी है। इनमें से देश के किसी एक शहर में सर्वाधिक पटना के लिए 3,586 करोड़ की लागत से एसटीपी (सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) और उसके नेटवर्क की 30 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
सुशील मोदी ने कहा कि इसके अलावा 61.26 करोड़ खर्च कर बिहार में गंगा किनारे के गांवों में 7.32 लाख पौधे लगाए गए हैं। गंगा किनारे के गांवों के सभी घरों में शौचालय निर्माण के साथ ही वहां जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से होने वाले प्रदूषण से गंगा को बचाया जा सके।