News4nation desk : कानपुर शूटआउट का मुख्य आरोपी और 5 लाख का इनामी कुख्यात विकास के अंत के बाद परत दर परत कई राज खुल रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विकास ने पूछताछ के दौरान एसटीएफ के सामने कई राज खोले थे, जिसे जानकर एसटीएफ भी आवाक रह गई थी। सूत्रों के अनुसार विकास ने पूछताछ में कई बड़े पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के नाम बताए थे जो उसके मददगार थे।
सीओ देवेन्द्र मिश्रा से थी उसे चिढ़
वहीं उसने बिकरुकांड को लेकर कहा कि गुस्से में वह कांड हो गया था। उसका मकसद सिर्फ सीओ देवेन्द्र मिश्र को निपटाना था। सीओ उसे लंगड़ा कहते थे। मेरे क्षेत्र में मुझे ऐसा कोई कैसे कह सकता था। इसलिए सोच रखा था कि इसे निपटाऊंगा। उसने यह भी कहा कि वह कांड इतना बड़ा हो जायेगा इसका उसे अंदाजा नहीं थी।
बार-बार पुलिस से कर रहा था यह सवाल
वहीं जब पुलिस उसे उजैन्न से कानपुर के लिए लेकर चली तो उसने एक पल के लिए भी अपनी आंखे बंद नहीं की। वह बार-बार पुलिस से सवाल कर रहा था कि आपलोग हमे जेल ही भेजोगें न। शायद उसे यह भी अंदेशा था कि बीच रास्ते में पुलिस कोई बड़ा खेल कर सकती है।
बता दें विकास दूबे को 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद यूपी एसटीएफ उज्जैन पहुंची और शाम करीब 6 बजे विकास को लेकर सड़क मार्ग से कानपुर के लिए निकली थी। शुक्रवार सुबह 6:30 बजे कानपुर से 17 किमी पहले भौंती में पुलिस की गाड़ी पलट गई। जिसमें विकास भी बैठा था। वह हमलाकर भागने की कोशिश में मारा गया था।