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नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि राजीव गांधी के कारण गौतम अडानी के कारोबार में हुई तरक्की, पहली बार दुनिया के तीसरे सबसे अमीर ने खोला राज

नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि राजीव गांधी के कारण गौतम अडानी के कारोबार में हुई तरक्की, पहली बार दुनिया के तीसरे सबसे अमीर ने खोला राज

DESK : गौतम अडानी, वह नाम जो आज न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनिया के हर हर हिस्से में गूजता है। वह दुनिया के तीसरे अमीर शख्स बन चुके हैं। लेकिन गौतम अडानी पर अक्सर यह आरोप लगते है कि यह तरक्की उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण मिली है। खासतौर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई बार यह कह चुके हैं कि केंद्र में मोदी नहीं अंबानी और अडानी की सरकार है। ऐसे में अब तक इन आरोपों पर चुप्पी साधे रहे गौतम अडानी ने पहली बार अपनी सफलता के बारे में बताया है। उन्होंने बताया है कि आज उनकी कामयाबी का श्रेय किसे जाता है। 

राजीव गांधी की तारीफ

एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में गौतम अडानी ने अपनी कामयाबी का बड़ा क्रेडिट भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को दिया है। गौतम अडानी ने राहुल गांधी के पिता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तारीफ की है। उनके प्रति आभार जताया है। जी हां, अडानी ने कहा कि अगर वह (राजीव गांधी) न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती। अडानी ने बताया कि उनका सफर तब शुरू हुआ था जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कहा, 'कई लोगों को जानकर आश्चर्य होगा कि मेरा सफर तब शुरू हुआ था, जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। जब उन्होंने एग्जिम पॉलिसी को बढ़ावा दिया और पहली बार कई चीजें OGL (ओपन जनरल लाइसेंस) लिस्ट में आईं, इससे मुझे एक्सपोर्ट हाउस शुरू करने में मदद मिली। अगर वो न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती।’

कामयाबी को चार हिस्सो में बांटा

गौतम अडानी ने अपनी सफलता को चार चरणों में बांटा है। इटरव्यू में उन्होंने बताया कि अपनी ऐन्टरप्रेन्योर जर्नी को देखता हूं तो मैं इसे चार चरणों में बांट सकता हूं। इसी दौरान उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल का जिक्र किया। उसी समय उनकी शुरुआत हुई थी।

उन्होंने कहा कि दूसरा बढ़ावा 1991 में मिला। जब देश के प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव थे और वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे। उस समय आर्थिक सुधार हुए थे। कई दूसरे एंटरप्रेन्योर की तरह मुझे भी फायदा हुआ। तीसरा टर्निंग पॉइंट 1995 में आया। जब केशुभाई पटेल गुजरात के सीएम बने। उस समय तक गुजरात के सभी औद्योगिक विकास केवल मुंबई से दिल्ली के इर्द-गिर्द तक सीमित रहते थे। जब केशुभाई ने तटीय इलाकों पर ध्यान देना शुरू किया तो पहला पोर्ट बनाने का मौका मिला।

चौथे नंबर पर अडानी ने 2001 में नरेंद्र मोदी के सीएम बनने के बाद के कालखंड को रखा। उन्होंने कहा कि मोदी की नीतियों से गुजरात का आर्थिक विकास तेजी से हुआ है। अडानी ने आगे कहा कि जो भी कहा जाता है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी प्रगति के खिलाफ पक्षपात है।

मोदी से रिश्ते पर भी बोले गौतम अडानी

पीएम मोदी के कार्यकाल में अडानी का साम्राज्य तेजी से बढ़ा। इस पर अडानी ने जवाब दिया कि देखिए प्रधानमंत्री मोदी और मैं दोनों गुजरात राज्य से आते हैं और ऐसे में मुझ पर इस तरह के आरोप लगाना आसान हो जाता है। जब मैं पीछे मुड़कर  अडानी ने कहा कि मोदी हर नागरिक के जीवन में बदलाव लाए हैं।


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