GAYA : गया में पुलिसिया जुल्म की इंतहा देखने को मिली है। बच्चों की जमकर पिटाई की गयी है। नाबालिगों के साथ हार्डकोर अपराधियों जैसा सलूक किया गया। हाजत में हथकड़ी लगाकर रखा गया और वो सारी यातनाएं दी गयीं जो खूंखार अपराधियों को दी जाती हैं। वीडियो में पुलिसिया जुल्म साफ देखा जा सकता है। कैमरे के सामने नाबालिग अपने जिस्म को दिखा रहे हैं, जहां साफ दिख रहा है कि उनकी जमकर पिटाई की गयी है। बच्चे कपड़ा खोलकर दिखा रहे हैं कि कैसे उनकी पिटाई की गयी...पीट-पीटकर उनके शरीर को लहूलुहान कर दिया गया।
गया के व्यवहार न्यायालय में पेशी के दौरान बच्चों के अभिभावकों ने पुलिसिया जुल्म की कहानी बयां की। बच्चों के माता-पिता पुलिस से मेडिकल करवाने की गुहार लगा रहे थे लेकिन निर्दयी पुलिस कुछ नहीं सुन रही थी। बच्चों के इलाज करवाने की बात पर गया की बहादुर पुलिस इधर-उधर की बातें करने लगती है। ऐसा लग रहा था मानो बच्चों से पुलिस की पुरानी दुश्मनी हो या फिर जातिगत विद्वेष की भावना से पुलिस ऐसा कर रही थी।
वर्दी के गुरुर में सभी की बातों को अनसुना करते हुए पुलिस अपनी मनमानी करती हुई दिख रही है। क्या गया की पुलिस बच्चों पर ही अपनी वर्दी का रौब दिखाना चाहती है। नक्सली और कुख्यातों के सामने घुटने टेकनेवाली गया की पुलिस बच्चों के सामने सीना चौड़ा कर खड़ी है। बता दें कि 6 सितंबर, गुरुवार को भारत बंद के दौरान गया के बेला के सियाराम कॉलोनी से पुलिस ने आधा दर्जन नाबालिगों को पकड़ा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस बंद घरों को खुलवाकर बच्चों को पकड़कर थाने ले गयी।
ब्यूरो रिपोर्ट