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लॉकडाउन को बनाया मौका,सस्ते शिक्षा के साथ शुरू कर दिया स्टार्टअप

लॉकडाउन को बनाया मौका,सस्ते शिक्षा के साथ शुरू कर दिया स्टार्टअप

स्टार्टअप एक ऐसा शब्द है जो किसी भी देश और समाज के विकास की परिभाषा का प्रतीक है. देश में केंद्र और राज्य सरकारें युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहित भी कर रही है. अब इस कोरोना काल में ऐसे ही स्टार्टअप्स की महत्वत्ता बढ़ गई है. तो आज हम  एक ऐसे ही स्टार्टअप की बात कर रहे है जो सभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है और छात्रों के लिए वरदान.

  लेक्चरदेखो(LectureDekho) नाम के इस स्टार्टअप की शुरुआत 4 साल पहले अनुराग तिवारी, अंकित तिवारी और रजत मिश्रा ने अपने अनोखे आईडिया से किया और आज इनका स्टार्टअप पूरे भारत के बच्चों को बेहतर ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। अभी तक लेक्चरदेखो (LectureDekho) करीब 10000 बच्चों को अपने स्टार्टअप के माध्यम से पढ़ा चुका है.

 लॉक डाउन में सभी स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद है।  इस संकट में भी यह स्टार्टअप बेहतर स्कूली शिक्षा देने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है। लेक्चर देखो की पूरी टीम ने यह संकल्प लिया है कि सभी बच्चे स्कूल बंद होने के बावजूद भी बेहतर शिक्षा पा सकेंगे.

 आपको बता दें की लेक्चरदेखो स्कूली बच्चों को अपने ऐप के माध्यम से पढ़ाता है जिसमें बच्चों को भारत के टॉप टीचर के वीडियो लेक्चर मिलते है, साथ ही  लाइव क्लासेज, टेस्ट सीरीज, स्कॉलरशिप जैसी तमाम सुविधाएं मिलती है.

फाउंडर्स का ये दावा है कि ये भारत का अब तक का सबसे किफायती लर्निंग एप्प है, जिसकी कीमत 200 रुपए महीने से भी कम है। साथ ही अभी एप्प डाऊनलोड करने पर कंपनी 3100 तक का शॉपिंग वाउचर भी दे रही है। अपने अनोखे ऑफर और आईडिया के दम पर ही इस स्टार्टअप को व्हाट्सएप्प ने टॉप 60 स्टार्टअप कंपनियों में शामिल किया है। वही इसको स्टार्टअप इंडिया के तहत 2017 में मान्यता भी मिल चुकी है. 

गौरतलब है कि ये स्टार्टअप पूरे पूर्वांचल में भी लॉन्च हो चुका है| फाउंडर्स बताते है कि "कंपनी का लक्ष्य है पूर्वांचल सहित पूरे भारत के सभी बच्चों तक बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो वो भी सबसे कम खर्च पर साथ ही बच्चों के मन में पढ़ाई के लिए उत्सुकता पैदा हो और उनका सम्पूर्ण विकास हो"। उन्होंने आगे बताया कि कंपनी अगले 2 सालो में 4 लाख बच्चों तक पहुँच बनाने के लिए काम कर रही है.

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