Desk: चीन से निकलकर कोरोना वायरस ने दुनियाभर के देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. कोरोना की वजह से अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश की अर्थव्यवस्था हिली हुई है. वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है. वर्तमान में बाजार की स्थिति निवेशकों को स्टॉक और बॉण्ड्स की ओर आकर्षित नहीं कर पा रही है. ऐसे सोना सुरक्षित निवेश के तौर पर निवेशकों को लुभा रही है. बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटी के वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी. सोना निवेशकों के लिए पहली पसंद बन रहा है, जो इसकी कीमत में रिकॉर्ड उछाल की पहली वजह के तौर पर सामने आया है.
कोरोना वायरस के कारण घोषित लॉकडाउन के दौरान भले आप सोने-चांदी की खरीददारी नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. गुरुवार को सोना एक बार फिर से 46000 के पार पहुंच गया है. ये पांचवा मौका था जब सोने की कीमत 46000 रुपए के पार पहुंच गई. वहीं वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने के आसार हैं. निवेश के विकल्प के तौर पर स्टॉक और बॉन्ड्स की मौजूदा बाजार स्थितियों को देखते हुए निवेशक सोने में पैसा लगा रहे हैं. सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है.
बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज के बाजार जानकारों के मुताबिक वैश्विक बाजार में सोने की कीमत साल 2021 के अंत तक 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी. इसे भारतीय बाजार के परिपेक्ष में देखें तो साल 2021 तक सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 82,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाएगी. सोने की कीमत में ये रिकॉर्ड बढ़ोतरी होगी.
इतिहास में पहला मौका होगा जब सोने की कीमत 82000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचने की संभावना है. ऐसे में सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है. 1 साल के भीतर सोने में निवेश से दोगुना लाभ कमाने की उम्मीद है.