न्यूज़ 4नेशन डेस्क : सावन शुरू होते ही भारत के कई धार्मिक स्थानों पर कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. इसी बीच हरिद्वार में जाने-माने ‘गोल्डन बाबा’ भी कांवड़ यात्रा के लिए पहुंच गए हैं. हरिद्वार से जल उठा कर दिल्ली के गांधीनगर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में भोलेनाथ पर जलाभिषेक करेंगे. सबसे खास बात कि कांवड़ बाबा इस साल 20 किलो सोना पहनकर कांवड़ यात्रा करेंगे. 'गोल्डन बाबा' के मुताबिक यह उनकी 25वीं कांवड़ यात्रा है और यह आखिरी भी हो सकती है.
गोल्डन बाबा हरिद्वार से कांवड़ यात्रा की शुरुआत करेंगे, अपनी 200 किलोमीटर की यात्रा के दौरान गोल्डन बाबा अलग-अलग शहरों में विश्राम करेंगे। उनके हरिद्वार पहुंचते ही उनके साथ तस्वीर लेने के लिए भक्तों की भीड़ लग गई.
कौन हैं गोल्डन बाबा????
गोल्डन बाबा का असली नाम सुधीर कुमार माकड़ है. वह पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर इलाके में रहते थे और गांधी नगर के कपड़ा मार्केट में मामूली सी दर्जी हुआ करते थे. एक दिन अचानक अंतर्ध्यान हो गए और हरिद्वार में जाकर बस गए. जिसके बाद सुधीर माकड़ से वह 'गोल्डन बाबा' बन गए. सोने के गहने से उन्हें खासा लगाव है. उनके गहने के पीछे की भी कहानी अजीबोगरीब है. उन्होंने एक बार कहा कि वह सोने के गहने पहनते हैं, क्योंकि यह भगवान लक्ष्मी का प्रतीक है. उनके अनुसार सारे गहने उन्होंने अनुयायियों द्वारा दान किए गए पैसे से खरीदा है. अभी गोल्डन बाबा की कुल संपत्ति 150 करोड़ रुपये है. बीएमडब्ल्यू और ऑडी जैसी कई कारें भी उनके पास है. उनके शौक भी काफी महंगे हैं. कई हीरों की अंगूठी और 27 लाख की घडी पहनने वाले गोल्डन बाबा हमेशा 25 सुरक्षाकर्मी से घिरे रहते हैं. इतना ही नहीं इनके पास इनके पास 21 सोने की चेन, 21 लॉकेट और एक गोल्ड जैकेट भी हैं.