PURNEA : पूर्णिया नगर निगम में चल रहे विवाद को लेकर महापौर और उपमहापौर ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को मामले की जांच का आदेश दिया है. बताते चलें की पूर्णियां नगर निगम का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. बिहार सरकार ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है. गौरतलब है कि मेयर पति के द्वारा पार्षद के साथ किये गये दुर्व्यवहार की गूंज अब दूर तक पहुंच चुकी है. मेयर सविता सिंह ने इस मामले के संबंध में डीएम प्रदीप कुमार झा को पूर्व में एक आवेदन सौंपा है. इसमें उपमेयर विभा कुमारी पर कई गंभीर आरोप भी लगाया है.
नगर निगम पूर्णिया के प्रधान सहायक कक्ष में वार्ड नंबर 7 के पार्षद रमेश पासवान के साथ किए गए अभद्र व्यवहार से संबंधित शिकायत के आधार पर डीएम के पत्रांक संख्या 36 45 के माध्यम से नगर विकास आवास विभाग, बिहार सरकार ने ई-मेल के जरिए वस्तुस्थिति की जानकारी मांगी है. इसको देखते हुए पूर्णिया नगर निगम के आयुक्त ने एक पत्र जारी करते हुए आदेश दिया है कि निगम की बैठक या निगम कार्यालय में कोई भी अनधिकृत व्यक्ति नहीं जाएगा. चाहे वह मेयर पति हो या डिप्टी मेयर के पति या फिर वार्ड पार्षद के ही पति क्यों न हो.
किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं होगी. पूर्णियां नगर निगम के आयुक्त विजय कुमार सिंह ने बताया कि नगरपालिका अधिनियम 2007 के प्रावधानों के अनुसार निगम कार्यालय या बैठक में किसी भी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है. अगर किसी कर्मी के कार्यशैली पर किसी भी तरह की कोई आपत्ति हो, तो इससे संबंधित लिखित शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इस आदेश का सख्ती से अनुपालन करने का आदेश दिया गया है. इस पत्र की प्रतिलिपि निगम के मेयर, उपमेयर सहित सभी पार्षदों को प्रेषित कर इससे अवगत करा दिया गया है.
नगर आयुक्त ने सभी पार्षदों से सहयोग करने की अपील की है ताकि शांतिपूर्ण माहौल में नगर निगम के कार्यों का निष्पादन हो और विकास का काम होता रहे. निगम में कुल 46 वार्ड पार्षद हैं और इसमें एक तिहाई से ज्यादा महिला पार्षद हैं. इन पार्षदों का काम इनके पति ही करते हैं. इसको लेकर निगम में उनका आना जाना लगा रहता है. ऐसे में पार्षदों के पति इसका कितना अनुपालन करते हैं यह भी देखना दिलचस्प होगा.
पूर्णिया से श्याम नंदन की रिपोर्ट