PATNA : पटना के राजीव नगर स्थित अवैध रूप से बसाए गए नेपाली नगर को खाली कराने के लिए जिला प्रशासन ने आज से अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार सुबह सुबह एक दर्जन से भी अधिक की संख्या में यहां मकानों को तोड़ने के लिए जेसीबी की टीम पहुंच गई। इस दौरान कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों को हटाने के लिए प्रशासन की तरफ से हवाई फायरिंग की भी बात सामने आई है। वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन और नगर निगम पर अपना गुस्सा निकालते हुए सड़क पर आगजनी की। जिसके बाद से यहां स्थिति तनावपूर्ण बन गई है।
बता दें कि डेढ़ माह से नेपाली नगर में बने घरों को खाली कराने की कार्रवाई चल रही है। पटना जिला प्रशासन ने उन्हें घर खाली कराने के लिए नोटिस भी दिया था। लेकिन, इसके बाद भी जगह खाली नहीं किया गया। जिसके बाद जिला प्रशासन की तरफ से इन मकानों को गिराने की तैयारी की जा रही है। आज एक दर्जन जेसीबी के साथ सीओ, सदर, आवास बोर्ड के अधिकारी पहुंचे हैं।
20 एकड़ में हुआ है अवैध निर्माण
प्रशासन के अनुसार 40 साल पहले यह जमीन आवास बोर्ड को 1000 एकड़ जमीन आवंटित किया गया था। जिसमें लगभग 20 एकड़ जमीन पर गलत तरीके से सौ के करीब मकान बनाए गए। जिसे खाली कराया जाना है। सदर सीओ ने वारिए पदाधिकारी के निर्देश पर नोटिस जारी किया था।
आवास बोर्ड ने सात सरकारी विभागों को करीब 21 एकड़ जमीन आवंटित किया है। अपने कार्यालय (आवास बोर्ड) के लिए 1 एकड़ जमीन पर दखल-कब्जा लिया है। ये सभी 400 एकड़ में ही है। इसके अलावा 20 एकड़ हाईकोर्ट के कर्मियों के आवास के लिए भी अलॉट किया गया है, जिस पर 100 से अधिक पक्के मकान बने हैं।
339 लोगों ने मुआवजा पाने के लिए दिया आवेदन, पर अब तक कोई सुनवाई नहीं
लोगों का कहना है कि हमने नियमावली आने के बाद पहल की। अभी तक 339 लोगों ने अपना हक छोड़कर मुआवजे के लिए आवेदन दिया, लेकिन आवास बोर्ड की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। 27 लाख रुपए प्रति कट्ठे के हिसाब से मुआवजा का प्रावधान है। इसके लिए 27 नवंबर 2013 के पहले की खरीद-बिक्री होनी जरूरी है।