PATNA : गुंजन खेमका मर्डर केस में पटना पुलिस ने अपनी लापरवाही खुद उजागर कर दी है. पुलिस ने गुंजन खेमका के मर्डर के 6 दिन बाद उन्हें धमकी देने वाले को गिरफ्तार किया है. पटना पुलिस ने गुजरात से अंजर अंसारी नाम के आदमी को पकड़ा है. पहले इसी शख्स को साइको बताया जा रहा था. हत्या के बाद उसे हिरासत में लिया गया है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या पटना पुलिस की लापरवाही ने गुंजन खेमका की जान ले ली?
6 महीने पहले मिली थी धमकी, पुलिस खामोश बैठी रही
दरअसल 6 महीने पहले गुंजन खेमका के मोबाइल पर कॉल कर जान मारने की धमकी दी गयी थी. 5 जुलाई को गुंजन ने इसकी जानकारी पुलिस को देते हुए सुरक्षा की मांग की थी. लेकिन पटना पुलिस खामोश बैठी रही. ना धमकी देने वाला गिरफ्तार किया गया और ना ही गुंजन को सुरक्षा दी गयी. गुंजन के मर्डर के बाद पटना के SSP मनु महाराज ने कहा था कि धमकी देने वाला मानसिक तौर पर विक्षिप्त था. लेकिन मर्डर के बाद पुलिस की कार्रवाई ने ही उसकी पोल खोल दी है.
अब क्यों गिरफ्तार किया गया धमकी देने वाला
पटना पुलिस ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी है कि गुंजन खेमका को मोबाइल पर धमकी देने के मामले में एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. पटना पुलिस ने यह जानकारी दी है कि अंजर अंसारी नामक शख्स के मोबाइल से गुंजन खेमका के मोबाइल फोन पर धमकी दी गई थी. इस मामले में पटना पुलिस को मोबाइल का लोकेशन गुजरात में मिला और गुजरात पुलिस ने अंजर अंसारी को हिरासत में ले लिया. अब पटना पुलिस उसे यहां लाने की तैयारी में है. अंजर अंसारी की गिरफ्तारी कि जानकारी देते हुए पटना पुलिस ने अपने प्रेस रिलीज में इस बात का जिक्र किया है कि अंजर का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. सवाल ये है कि अगर अंजर अंसारी नाम का शख्स बेकसूर है तो उसे अब क्यों पकड़ा गया और अगर वो दोषी है तो उसे पहले क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया ? क्या पुलिस की इसी लापरवाही ने गुंजन खेमका की जान ले ली.