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हाथों में वोटर कार्ड लिए लोग कर रहे वोट बहिष्कार... जानिए क्या है इनकी मांग....

हाथों में वोटर कार्ड लिए लोग कर रहे वोट बहिष्कार... जानिए क्या है इनकी मांग....

अररिया : बिहार में शनिवार की सुबह से तीसरे और अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। अन्य चरणों की अपेक्षा वोटरों में जबरदस्त उत्साह दिखाई दे रहा है। इस उत्साह के बीच कुछ ऐसे भी मतदान केंद्र हैं जहां लोगों ने वोटिंग का बहिष्कार कर रखा है। विभिन्न मांगों को लेकर लोगों ने वोट नहीं देने का ऐलान कर दिया है।

अररिया में हाथों में वोटर कार्ड लेकर लोगों ने मतदान के बहिष्कार की हुंकार भरी। यहां लोग पुल की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। चुनाव की घोषणा के साथ ही लोगों ने अपनी मांग बुलंद कर दी थी। आज वोटिंग के दिन लोग वोटर कार्ड लेकर घरों से निकले लेकिन पुल नही तो वोट नहीं का एलान करते हुए मतदान का बहिष्कार कर दिया। अधिकारी ग्रामीणों को मनाने में लगे हुए हैं। 

उधर कटिहार में कदवा प्रखंड के मतदान पर 14 बूथों पर वोट का बहिष्कार   ग्रामीणों ने कर दिया। लोग झौआ एवं मीनापुर में रेलवे पर समपार फाटक की मांगकर रहे हैं। दरभंगा प्रतिनिधि के अनुसार बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र की कुशोत्थर पंचायत के लोगों ने गांव में उच्च विद्यालय नहीं बनने के कारण वोट का बहिष्कार किया। पंचायत के चार बूथों पर सुबह 11 बजे तक एक भी मतदाता वोट डालने नहीं पहुंचा था। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने एडीएम व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उक्त पंचायत में भेजा है। 

अररिया के रानीगंज प्रतिनिधि के अनुसार फ़रियानी नदी के पनभरनी घाट पर पुल नहीं तो वोट नही का नारा देते हुए रानीगंज विस क्षेत्र के वोटरों ने मतदान का बहिष्कार किया। ये सभी वोटर प्राथमिक विद्यालय बैजनाथपुर पूरब बूथ संख्या 267 व 268 के हैं। कुछ महिलाएं वोट डालने जा रही थी जिसे अन्य ग्रामीणों ने रोका। इसके बाद फ़रियानी नदी के किनारे पनभरनी घाट पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा होकर वोट का बहिष्कार करने लगे।

कालाबलुवा पंचायत के वार्ड संख्या दो, तीन और चार के करीब 12 सौ मतदाता को नदी पार करके तीन किलोमीटर दूर वोट देने जाना पड़ता है। जबकि नदी के उस पार की वोटरों की संख्या मात्र दो सौ के करीब है। मतदाताओं ने बताया की हमलोगों को नदी में पुल नहीं रहने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रानीगंज मुख्यालय जाने के लिए एकमात्र उपाय नाव है। बरसात के दिनों में हर साल डूबने से कई लोगों की मौत होती है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। वहीं नदी के दोनों और सैकड़ों लोग जमा होकर वोट का बहिष्कार कर रहे थे। दिन के दस बजे तक मतदान का बहिष्कार कर रहे वोटरों को मनाने के लिए प्रशासन का कोई अधिकारी नहीं पहुंच सका था। 
सुपौल के पिपरा क्षेत्र के दुवियाही स्थित दुलारी टोले के लोगो ने सड़क की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर दिया। बूथ संख्या 157,157 क उत्क्रमित मध्य विद्यालय पर एक भी मतदाताओं के नहीं पहुंचने के बाद अधिकारियों में खलबली मच गई। इसके बाद जिला मुख्यालय से पहुंचे अधिकारियों के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। तकरीबन एक घंटे से ज्यादा वक्त तक मतदान नहीं हो पाया। अधिकारियों के मनाने पर वोटिंग शुरू हुई।

मोतिहारी मेें सुगौली विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 148 क बड़वा गया के लोगों ने बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण मतदान का बहिष्कार कर दिया है। यहां 570 वोट है। अधिकारी मानने में लगे हैं।

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