हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर के साथ हुई गैंगरेप की घटना से पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि घटना के बारे में पढ़कर उनके रोंगटे खड़े हो गए। राज्यसभा के उप-सभापति ने कहा कि भारत को गांधी के मूल्यों पर फिर से चलने की जरूरत है ताकि एक भयमुक्त समाज बनाया जा सके।
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इस घटना को झकझोर देनेवाला बताया। उन्होंने कहा-मैंने जब इस घटना के डिटेल्स पढ़े तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए। उस युवा महिला डॉक्टर के साथ किस तक बर्बरता की गई। हम सबको एक बार इस पर विचार करने की जरूरत है कि एक समाज के तौर पर हम कहां जा रहे हैं?
इस घटना को बतौर समाज शर्मसार करनेवाला करार देते हुए हरिवंश ने कहा कि समाज में चरित्र निर्माण पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम सबको शर्मिंदा होना चाहिए कि हम अपनी बेटियों को एक सुरक्षित समाज देने में असफल रहे हैं। जैसा गांधीजी ने कहा था कि हमारे समाज में चरित्र निर्माण पर जोर देने की बहुत जरूरत है। हमें एक ऐसे समाद को बनाने पर जोर देना है जो किसी तरह की लालच से दूर हो।
राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि विनोबा भावे ने 1950 के दौर में एक बार कहा था कि हम पश्चिम के विकास मॉडल को अपना रहे हैं। पता नहीं यह उपभोक्तावादी संस्कृति हमें कहां ले जाएगी। यदि कोई व्यक्ति अपने धन, सपंत्ति और स्वास्थ्य खो देता है तो उसे फिर से हासिल किया जा सकता है। लेकिन यदि कोई उसके जीवन के मूल्य नष्ट हो जाएं तो उससे होनेवाले नुकसान की भरपाई कभी नहीं हो सकती।