क्या हवाई हादसों से भारत ने नहीं सीखा सबक, पहले भी जा चुकी है कई मुख्यमंत्रियों और नेताओं की जान

नई दिल्ली. भारत में हवाई हादसों में जान गंवाने वाले मुख्यमंत्रियों और नेताओं की लम्बी सूची है. इस बीच बुधवार को जब देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर की दुर्घटना हुई तो सवाल फिर वही है क्या हमारे यहाँ हवाई हादसों से कोई सबक नहीं सीखा जाता है. 

माना जाता है कि भारत में हवाई हादसे में जान गंवाने वालों में पहला बड़ा नाम सुभाष चंद्र बोस का था.  18 अगस्त 1945 को क्रैश उनके विमान के बाद उनका क्या हुआ किसी को आज तक पता नहीं चला. 31 मई 1973 में कांग्रेस नेता मोहन कुमार मंगलम की मौत भी हवाई हादसे में हुई. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की मौत 23 जून, 1980 को हवाई हादसे में हुई थी. वे अपना प्राइवेट प्लेन खुद उड़ा रहे थे. 3 सितंबर, 2009 में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की मौत हेलिकॉप्टर क्रेश होने से हुई. 

कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की मौत भी हवाई हादसे में हुई थी. 3 मार्च, 2002 में लोकसभा स्पीकर जीएमसी बाल योगी का विमान हादसे का शिकार बना था. 2001 में अरुणाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री नटुंग और 2004 में केंद्रीय मंत्री और मेघालय के नेता सी संगमा की मौत की वजह भी हवाई हादसा ही था. 

अब रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना से एक बार फिर कई नए सवाल उपजे हैं. क्या भारत में हवाई सुरक्षा को लेकर किसी नई नीति की जरूरत है. या फिर इन हादसों की जांच के बाद जो आया उससे हम सीख नहीं लिए.