PATNA: बिहार में प्रतिदिन 30 हजार लोगों को कोरोना टीका लगाने का दावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की तरफ से किया गया था। लेकिन बिहार में दावा कभी भी हकीकत में नहीं बदलता। तभी तो कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य पचास फीसदी तक पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ रहा। कोरोना टीकाकरण के साथ-साथ टीका केंद्र की संख्या भी अब कमने लगी है। 16 जनवरी टीकाकरण शुरूआत के दिन 301 केंद्र थे. तीन बाद यह संख्या घटकर 298 पर पहुंच गई है। अब तक राज्य भर के 301 के बाद 298 टीकाकरण केंद्रों में 3 दिनों तक टीकाकरण अभियान चला. लेकिन लक्ष्य का मात्र 50 फीसदी ही टीकाकरण हो पा रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का दावा पूरी तरह से फेल हो गया है।
पहले दिन 18472 लोगों ने लिया टीका
16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण की शुरुआत की थी. बिहार में 18472 लोगों ने ही टीका लिया. 16 जनवरी को 301 जगह पर कोरोना का टीका दिया गया. लक्ष्य था 30000 लोगों को कोरोना का टीका देना लेकिन सिर्फ 18122 लोगों को ही टीका दिया गया.
रास्ते से भटका लक्ष्य
अब दूसरे दिन की बात कर लेते हैं.... 18 जनवरी को टीका केंद्र की संख्या घटकर 298 हो गई. वहीं लक्ष्य को घटा दिया गया यानी 28791 लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य तय किया गया। इसमें से सिर्फ 51 फ़ीसदी यानी कि 14745 लोगों को टीका दिया गया .अब तीसरे दिन की बात कर लेते हैं, 19 जनवरी को 298 केंद्रों पर 27987 लोगों को कोरोना टीका देने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन लक्ष्य का आधा यानी कि 50% ही प्राप्ति हो सकी. सिर्फ 14013 लोगों को ही कोरोना का टीका दिया गया।इस तरह से शुरूआती तीन दिनों में ही कोरोना टीकाकरण का लक्ष्य रास्ते से भटक गया है।