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स्वास्थ्य मंत्री जरा देख लीजिए अपने अस्पताल की स्थिति, जानता है परेशान, भीषण गर्मी में पंखा भी है बेकार, सरकार लाचार, नवादा का सबसे बड़ा अस्पताल बन गया है लूट का अड्डा!

स्वास्थ्य मंत्री जरा देख लीजिए अपने अस्पताल की स्थिति, जानता है परेशान, भीषण गर्मी में पंखा भी है बेकार, सरकार  लाचार, नवादा का सबसे बड़ा अस्पताल बन गया है लूट का अड्डा!

बिहार के नवादा का सदर अस्पताल इन दिनों कुव्यवस्था को लेकर सुर्खियों में है। आलम यह है कि मंत्री से लेकर विधायक ने भी इस अस्पताल का दौरा किया है और मंत्री का तो पसीना छूट गई है। लेकिन अस्पताल की व्यवस्था बिल्कुल ही चौपट हो गई है। लाइन की बेहतर व्यवस्था नहीं रहने से मरीज गर्मी से त्राहिमाम है। पंखा चलती है तो पंखा में हवा ही नहीं आती है। मरीज के परी जान अपने घर से ही पंख लेकर आते हैं और मरीज को हाथ वाले पंख का सहारा लेते हैं। सदर अस्पताल लूट की अड्डा बन गई है। 

कथित तौर पर विकास के नाम पर बड़े-बड़े लूट की जा रही है। लेकिन इसकी जांच करने वाला कोई नहीं है। सवाल तो स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे पर भी खड़ा होता है कि इस अस्पताल की व्यवस्था कब दुरुस्त की जाएगी। सदर अस्पताल जिला का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है। लेकिन यहां की व्यवस्था पूरी तरह चौपट है।    

स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने की बात करते हैं। लेकिन नवादा की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। यहां पर कोई भी किसी का सुनने वाला नहीं हैं। पानी की समस्या, बेड पर गंदा चादर की समस्या, अस्पताल की बेड पूरी तरह फटा हुआ है, पंख से हवा भी नहीं आता है। ऐसे तमाम समस्या से लोग परेशान हैं।व्यवस्था पूरी तरह लचर व्यवस्था के रूप में साबित हो गया है।

 इन समस्या से लोग परेशान

इमरजेंसी वार्ड को पूरी तरह दवाई की कार्टून से भर दिया गया है। ऐसा लगता है कि यह स्टोर बना दिया गया है। सर्जिकल वार्ड में वेट टूट गया है। लेकिन वह बेड को बदला नहीं गया है। इमरजेंसी वार्ड में पूरी तरह बेड फट गया है। उसी बेड पर मरीज का इलाज हो रहा है। आलम तो यह है कि अस्पताल में 20 मिनट भी सर्जिकल वार्ड में मंत्री भी खड़ा नहीं हो पाए और सीना छूटने लगी थी। अस्पताल की कोने-कोने में समस्या ही समस्या है लेकिन इसकी हल नहीं हो रही

रिपोर्ट- अमन कुमार


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