पटना- बिहार में आसमान से बरस रही आग से लोगों का हाल बेहाल है. लू और तापमान के बढ़ते पारा के कारण स्कूली बच्चे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. बिहार में बुधवार को लू लगने से एक दारोगा समेत 12 लोगों की मौत की खबर से हड़कंप मचा हुआ है.
भीषण गर्मी के कारण बिहार में 337 विद्यार्थियों के साथ शिक्षक- शिक्षिकाओं की तबीयत नासाज होने की सूचना है. आसमान से बरस रही आफत के कारण कुछ की नाक से खून निकलने की भी शिकायत मिली है. हालाकि सीएम नीतीश कुमार ने तत्काल प्रभाव से राज्य के सभी सरकारी, निजी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों तथा कोचिंग संस्थानों को 30 मई से आठ जून तक बंद करने का आदेश मुख्य सचिव को दिया है.
बता दे सूबे में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाटक के निर्देशानुसार सरकारी विद्यालयों का संचालन सुबह छह से दोपहर एक बजे के बीच किया जा रहा था. वहीं गर्मी को देखते हुए निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी है. पहले गर्मी की छुट्टी मई माह में होती थी मगर शिक्षा विभाग के आदेश पर इस बार अप्रैल में सरकारी स्कूलों में छुट्टी दी गई. स्कूल खुला होने के कारण भीषण गर्मी की चपेट में आने से बच्चे तो बच्चे शिक्षक, सफाईकर्मी और रसोइया बेहोश हो गए.
बुधवार को लू लगने के बाद अचेत हुए काराकाट लोकसभा क्षेत्र के डेहरी में चुनाव ड्यूटी पर तैनात दारोगा देवनाथ राम की मौत हो गई. शेखपुरा में 50, नवादा में 10, गया में आठ, औरंगाबाद में आठ, गोपालगंज में 12 समेत कुल 88 छात्र-छात्राओं की तबीयतनासाज हो गी. कुछ को अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करना पड़ा.
शेखपुरा में तो आक्रोशित अभिभावकों ने मनकौल गांव के पास-शेखपुरा-पकरीबरवां सड़क को जाम कर दिया और अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बहरहाल गर्मी का कहर बदस्तूर जारी है . ऐसे में बिहार सरकार ने 8 जून तक स्कूलों को बंद करने का आदेस दिया है. वहीं आपदा प्रबंदन विभाग लोगों से बिना काम के घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रहा है.