बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार के एयरपोर्ट पर सुविधाओं व सुरक्षा को लेकर हाईकोर्ट ने AAI और बिहार सरकार से किया जवाब तलब, जमीन अधिग्रहण के मुकदमों की मांगी सूची

बिहार के एयरपोर्ट पर सुविधाओं व सुरक्षा को लेकर हाईकोर्ट ने AAI और बिहार सरकार से किया जवाब तलब, जमीन अधिग्रहण के मुकदमों की मांगी सूची

पटना. पटना हाई कोर्ट ने राज्य के पटना स्थित जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट, पटना समेत राज्य के अन्य एयरपोर्ट के संबंध में जमीन अधिग्रहण व अन्य मुद्दों के मामले में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और बिहार सरकार से जवाब तलब किया है। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने गौरव सिंह समेत अन्य की जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की। राज्य में पटना के जयप्रकाश नारायण अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के गया, मुजफ्फरपुर,दरभंगा, भागलपुर, फारबिसगंज, मुंगेर और रक्सौल एयरपोर्ट हैं। लेकिन इन एयरपोर्ट पर बहुत सारी आधुनिक सुविधाओं के अभाव व सुरक्षा की भी समस्या हैं।

कोर्ट ने पूर्णिया व गया एयरपोर्ट से संबंधित सभी जमीन अधिग्रहण के मुकदमों की सूची अगली सुनवाई में पेश करने का निर्देश दिया। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सुमित कुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट ने दो दिनों के भीतर गया एयरपोर्ट के संबंध में जमीन अधिग्रहण को लेकर लंबित मुकदमों का चार्ट देने को कहा है। साथ ही कोर्ट ने पूर्णिया एयरपोर्ट के संबंध में पटना हाई कोर्ट के समक्ष लंबित मुकदमों को सूची प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

राज्य के कई एयरपोर्ट कार्यरत नहीं है, जबकि, पटना एयरपोर्ट के विस्तार के लिए बिहार सरकार से एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया भूमि की मांग कर रहा है, लेकिन जगह नहीं मिल रहा है। गया एयरपोर्ट के लिए भी 26 एकड़ जमीन ही दी गयी है। बाकी जमीन अबतक नहीं दी गयी है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत बिहार सरकार ने लगभग 260 करोड़ रुपये के लिए अपील दायर कर रखा है। इस कारण न तो मुआवजा मिला है और न जमीन अधिग्रहण पूरा हुआ है।

बिहार में बिहटा का एयरपोर्ट स्टेशन, पूर्णिया एयरपोर्ट और सबेया एयरपोर्ट सिर्फ सेना के इस्तेमाल के लिए हैं। भागलपुर एयरपोर्ट, जोगबनी स्थित फोरबेसगंज एयरपोर्ट, मुंगेर एयरपोर्ट और रक्सौल एयरपोर्ट बंद पड़े हुए हैं। बिहार में सिर्फ दो ही अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट गया और पटना में हैं। गया एयरपोर्ट राज्य का पहला अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है, जहां से मुख्यतः बौद्ध देशों जैसे श्रीलंका व कंबोडिया आदि के लिए फ्लाइट चलाई जाती है। इस मामले पर आगे की सुनवाई अब 9 मार्च,2022 को की जाएगी।

Suggested News