NEWS4NATION DESK : हिंदू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन के हत्या के तार गोरखपुर से जुड़े नजर आ रहे है। मामले की जांच के लिए पुलिस की एक टीम गोरखपुर भेजी गई है।
बताया जा रहा है कि पुलिस गोरखपुर में एक स्कूल संचालक सहित दो के नाम पता चले हैं, जिनसे रणजीत बच्चन का विवाद पुलिस को पता चला है। इसके अलावा पुलिस की नजर रणजीत बच्चन से फेसुबक पर जुड़े लोगों और 100 मोबाइल नंबर्स पर भी है। पुलिस को उम्मीद है कि इससे जरूर कातिलों का सुराग मिल जाएगा।
स्कूल संचालक से भी विवाद
इस सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर छानबीन कर रही पुलिस का मानना है कि रणजीत बच्चन की हत्या के पीछे उनके ही किसी परिचित का हाथ हो सकता है। पुलिस इस हत्या के पीछे रुपये, संपत्ति और पारिवारिक विवाद को लेकर छानबीन को आगे बढ़ा रही है। पुलिस को सोमवार छानबीन में गोरखपुर के रहने वाले एक स्कूल संचालक से रणजीत बच्चन का विवाद भी हुआ था। लखनऊ पुलिस की एक टीम गोरखपुर भेजी गई है। पुलिस टीम को रणजीत बच्चन के गोरखपुर से जुड़े सभी विवादों के बारे में जानकारी जुटाने और संदिग्धों से पूछताछ की जिम्मेदारी दी गई है।
गोरखपुर का ठेका-पट्टा कनेक्शन तो नहीं?
हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या में ‘गोरखपुर कनेक्शन’ तलाश रही पुलिस को ठेका-पट्टा का कनेक्शन भी सामने आ रहा है। इसमें एक ऐसे शख्स का नाम पुलिस के हाथ लगा है जो ठेका मैनेज करता था। लखनऊ पुलिस इसी थिअरी पर काम कर रही है कि हत्या की साजिश शायद गोरखपुर में रची गई।
पुलिस जिस थिअरी पर काम कर रही है उसके हिसाब से ठेका मैनेज करने वाले शख्स से रणजीत का लंबा लेनदेन था। मुमकिन है कि इसी लेनदेन में हत्या के चलते हत्या करवाई जा सकती है। अब तक ‘गोरखपुर कनेक्शन’ में दो लोगों के नाम सामने आए हैं। हालांकि पुलिस को दोनों का कोई सुराग नहीं मिला है।
रणजीत बच्चन के चचेरे साले चिनहट के रहने वाले मनोज शर्मा ने बताया कि पुलिस ने उन लोगों को दो सीसीटीवी कैमरों की फुटेज दिखाई है। फुटेज में दिख रहे संदिग्धों को वह लोग पहचान नहीं सके। उन्होंने बताया कि पुलिस का कहना है कि हत्यारे रणजीत बच्चन का पीछा ओसीआर बिल्डिंग से ही कर रहे थे। उन्होंने ग्लोब पार्क के पास सन्नाटा मिला और कैमरे भी नहीं थे। मौका देखकर उन लोगों ने हत्या को अंजाम दिया और भाग निकले।