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सात सीटों पर जीत जाते तो सत्ता की चाबी हमारे पास होती, कार्यकारिणी की बैठक में बोले मांझी

सात सीटों पर जीत जाते तो सत्ता की चाबी हमारे पास होती, कार्यकारिणी की बैठक में बोले मांझी

पटना। कोरोना पर विजय कर लौटे बिहार के पूर्व सीएम बदले बदले से नजर आ रहे हैं। बुधवार को उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बिहार में सत्ता को लेकर चल रही लड़ाई को साफ कहा कि अगर हमारी पार्टी सातों सीटों पर चुनाव जीतती तो हम तय करते कि कुर्सी पर कौन बैठेगा। क्योंकि सत्ता की चाबी हमारे पास रहती। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार से पार्टी के लिए एक और एमएलसी और मंत्री पद देने की मांग की। वहीं तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि गंभीर मुद्दों पर बात करने की जगह वह हनीमून मनाने चले जाते हैं। 

पूर्व सीएम ने इस दौरान पार्टी की नीति को लेकर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी कि नीति ठीक है. उस पार्टी को जनता का सहयोग मिलता है. उन्होंने कहा किहमारे समाज के लोग विधायक, मंत्री बन जाते हैं. और समाज की जरूरत भूल जाते हैं। जिसके कारण हमारे समाज का विकास नहीं हो पा रहा है। मैं अपने सीएम कार्यकाल में एससी- एसटी के लिए काम करके दिखा चुका हूं।  मांझी का इशारा लोजपा की तरफ था। जहां एक ही परिवार को तरजीह दी जाती है।

तेजस्वी-चिराग पर किया हमला

जीतन राम मांझी ने बिहार के युवा नेताओं के काम करने के तरीकों पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा बिहार में जब भी कोई गंभीर मुद्दे पर नेतृत्व की बात करनी होती है तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी दिल्ली जाकर बैठ जाते हैं। फिर चाहे लोकसभा चुनाव में मिली हार हो, चमकी बुखार का मामला हो या हाल के दिनों में किसान आंदोलन का मामला हो, तेजस्वी यादव अपनी जिम्मेदारी निभाने से बचते नजर आते हैं। यही हाल चिराग पासवान और राहुल गांधी का है। तीनों गंभीर मुद्दे पर हनीमून मनाने चले जाते हैं।  मैंने पहले भी कहा था कि तेजस्वी लालू या मांझी नहीं है। बिहार के मुद्दों पर जब तक अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझेंगे, तब तक वह इसी तरह बिहार से नकारे जाते रहेंगे।

कोरोना वैक्सीन पर राजनीति करनेवाले पर चले देशद्रोह का मामला

कोरोना वैक्सीन पर हो रही राजनीति को लेकर पूर्व सीएम ने अपना रूक साफ करते हुए कहा कि जो लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं, उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज होना चाहिए। मांझी ने कहा कि देश के वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने की जगह हम उन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्होंने इसे भाजपा के वैक्सीन कहे जाने की बात को बेतूका बताया।

निजी क्षेत्र और न्यायपालिका में आरक्षण मुख्य एजेंडा

मांझी ने अपनी पार्टी के एजेंडे को साफ करते हुए कहा कि निजी क्षेत्र और न्यायपालिका में पिछड़ों के लिए आरक्षण की मांग करना है। इसको लेकर अगर आने वाले समय में आंदोलन करना पड़ेगा तो जरूर करेंगे.  सबको एक समान शिक्षा मिलना चाहिए. इसी मुद्दे को लेकर हमें आगे चलना होगा. जो लोग इस मुद्दे के साथ पार्टी में रहते हैं, तो रहें. नहीं तो बाहर चले जाए। इस दौरान उन्होंने न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि न्यायपालिका में जिस घटना में एससी-एसटी जुड़े होते हैं. उस केस में सजा होती है. स्वर्ण जाति के लोग पैरवी करते है. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने हमें सीएम बनाया. इसका फायदा गरीब को मिलना है।

बंगाल, दिल्ली पर नजर

जीतन राम मांझी ने हम पार्टी के विस्तार पर चर्चा करते हुए कहा कि आनेवाले पश्चिम बंगाल चुनाव में पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी और धारधार उपस्थिति दर्ज कराएगी। इसी तरह दिल्ली और झारखंड में भी पार्टी अपने जनाधार को मजबूत करने के लिए काम करेगी


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