NEW DELHI : कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार कश्मीर में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराने को तैयार है। उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष कांग्रेस के शासन में कश्मीर के विकास की बात कर रहे थे, अगर उनका कार्यकाल स्वर्ण युग था तो कश्मीर के हालात ऐसे क्यों हो गए।
राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद रुचि लेकर पिछले 4 साल में जितना फंड जम्मू कश्मीर को दिया है उतना कभी नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में आतंकी घटनाओं में कमी आई है। राजनाथ ने कहा कि हम तो कश्मीर की शांति के लिए हुर्रियत से भी बातचीत के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने हमसे बात करने से साफ इनकार कर दिया। सदन ने चर्चा के बाद सहमति के साथ कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने से संबंधित संकल्प को स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस सांसद आजाद ने राजनाथ सिंह से पूछा कि क्या सरकार चुनाव आयोग से लोकसभा चुनावों के साथ जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने के लिए कहेगी। इसके जवाब में राजनाथ ने कहा कि अगर चुनाव आयोग यह चाहता है तो हमारी सरकार को कोई दिक्कत नहीं है।
कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगाने पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पहली बार राष्ट्रपति शासन नहीं लगा है पूर्व में भी यह कई बार लग चुका है। कांग्रेस के शासन में लगातार 6 साल तक राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा था।