इंडियन होमियोपैथिक मेडिकल असोसिएशन की केरल इकाई का दावा है कि उन्होंने जानलेवा निपाह वायरस के इलाज के लिए दवा तैयार कर ली है. निपाह वायरस से अभी तक जीरो सर्वाइवल रहा है, हालांकि 2 की हालत में सुधार नज़र आ रहा है, लेकिन वायरस अभी भी हैं. जानवरों से इंसान तक को गंभीर रूप से बीमार करने वाली इस बीमारी का कोई रामबाण इलाज नहीं मिला हैं. लेकिन अब इंडियन होमियोपैथिक मेडिकल असोसिएशन का दावा है कि उन्होंने इसका इलाज खोज निकला हैं.
संगठन
के अधिकारी बी. उन्नीकृष्णन ने कहा
होमियोपैथिक में सारे बुखार का इलाज होता है और उन्होंने निपाह का भी इलाज खोज
निकला हैं. एसोसिएशन संक्रमित मरीज़ का इलाज करने की अनुमति चाहती हैं. एसोसिएशन ने
स्वास्थ मंत्री से इसके लिए अनुरोध किया हैं. एसोसिएशन का कहना है कि पेशेवरों को
उन सभी मरीजों की जांच करने की इजाजत दी जाए.
हालांकि
स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने मीडिया को रविवार को बताया कि उन्हें इसकी कोई
जानकारी नहीं हैं साथ ही उन्होंने कहा 'होमियोपैथ
विभाग सीधे मेरे अधीन काम करता है और अब तक किसी ने मुझसे या विभाग से संपर्क नहीं
किया है. हमें इसमें कोई समस्या नहीं है.’सदानंदन
ने कहा कि 18 पॉजिटिव मामलों में से 4 संक्रमित थे. हालांकि, उनका सीधे तौर से मरीजों से कभी कोई
संपर्क नहीं रहा है.
सचिव
के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों के समयपूर्ण
हस्तक्षेप की वजह से इस संक्रमण को फैलने से रोका गया लेकिन एक दुर्भाग्यपूर्ण बात
यह है कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें प्रसारित की गई। इसे लेकर घबराने की जरूरत
नहीं है. आपको बता दे कि निपाह वायरस से अभी तक कुल मिला कर 16 लोगों की मौत हो चुकी हैं.