बिहारशरीफ में होटल एंड मैरेज हॉल एसोसिएशन ने की बैठक, कहा सुविधायें मिलने पर ही देंगे टैक्स

NALANDA : शहर स्मार्ट बनता जा रहा है। होटल कारोबार भी फल-फूल रहा है। यहां हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। नगर निगम को इसका पूरा टैक्स भी देते हैं। बावजूद सेवाएं नहीं मिल रही है। खुद ही साफ सफाई से लेकर अन्य काम करवाना पड़ता है। यह कारोबार पूरी तरह से उपेक्षित है।  

बिहारशरीफ देकुली घाट सभागार में शनिवार को समस्याओं को लेकर होटल एंड मैरेज हॉल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने बैठक की। एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने कहा कि हमें सेवा चाहिए। होटलों के आगे से गंदगी को नहीं हटाया जाता है। यहां तक कि नाले भी सही नहीं है। इस कारण गंदा पानी भी अक्सर जमा रहता है। होटलों के आगे दिनभर सड़कों पर गंदगी रहती है। टैक्स देने के बाद भी इन सब बातों पर ध्यान नहीं दिया जाता है। ये सब काम खुद ही करवाना पड़ता है। ऐसे में टैक्स देने का क्या मतलब है। सुरक्षा, स्वच्छा समेत अन्य समस्याओं पर भी चर्चा हुई। संघ के विस्तार पर भी सहमति बनी। 

सचिव मनीष यादव ने कहा कि नगर निगम की ओर से नगन्य सुविधाएं मिलने के बावजूद मनमाना टैक्स वसूला जा रहा है। इसके विरोध में वे उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने पर भी सहमत हैं। कहा कि होटल और मैरेज हॉल ने स्मार्ट सिटी की दिशा और दशा दोनों को बदला है। आज शहर की उन्नति में अहम भूमिका निभा रहा है। हजारों लोगों के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मुहैया हो रहा है। ऐसे में हम इस तरह की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे। 

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उपसचिव ऋषभ राज ने कहा कि आजतक निगम द्वारा सुविधा नहीं मिली है। फिर भी हमलोग टैक्स देते आ रहे हैं। परंतु बिना कूड़ा कचरा उठाए अब गार्बेज टैक्स बिल्कुल नहीं देंगे। बैठक में कोषाध्यक्ष अजीत राज, विधि सलाहकार साकेत पांडेय, कार्यकारिणी सदस्य चंदन कुमार मेहता, अजय कुमार, शिव कुमार, हर्ष कुमार, मो. अमजद सिद्दीकी व अन्य शामिल थे। इसमें 150 सौ अधिक होटल संचालक व प्रतिनिधि शामिल हुए।

नालंदा से राज की रिपोर्ट