PATNA: बिहार में आयोजित होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में बैठने के लिए अवसर की सीमा को लेकर नीतीश सरकार ने एक बार फिर से स्थिति स्पष्ट की है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने सभी विभागों के विभागाध्यक्ष,डीजीपी,प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम, बिहार लोक सेवा आयोग, तकनीकी सेवा आयोग एवं बिहार कर्मचारी चयन आयोग को पत्र लिखा है.
सरकार ने साफ की स्थिति
प्रधान सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि 16 जुलाई 2007 के द्वारा बीपीएससी एवं बिहार एसएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं के संचालन और अनुशंसा करने को लेकर कई बिंदुओं पर मार्गदर्शन दिया गया था. सरकार की तरफ से कहा गया था कि प्रतियोगिता परीक्षा में बैठने के लिए अवसरों की सीमा 10 सितंबर 2003 को जारी पत्र के तहत समाप्त की जा चुकी है. लिहाजा किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में बैठने के लिए अवसरों की सीमा नहीं रहेगी. लेकिन सरकारी सेवकों के लिए निर्धारित अधिकतम 3 अवसरों की सीमा लागू रहेगी.
सरकारी सेवकों प्रतियोगिता परीक्षा के लिए 3 अवसर मिलेंगे
सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन प्रावधानों से साफ है कि आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में बैठने के लिए सरकारी सेवकों के लिए बिहार सरकार की सेवा में आने के बाद अधिकतम तीन अवसर ही मिलेगा। तीन अवसर के बाद आगे परीक्षा में नहीं शामिल हो सकते हैं। लेकिन राज्य के सरकारी सेवकों से भिन्न यानी सामान्य अभ्यर्थियों के लिए अवसरों की कोई समय सीमा नहीं होगी.