KAIMUR : जिले के भगवानपुर थाने की गाड़ी धक्का मार गाड़ी बन गई है. पुलिस को अपराधियों को पकड़ने जाने से पहले गश्ती गाड़ी को धक्का मारकर चालू करना पड़ता है. यह अपराधियों को खोजने के बाद जहां रूकती है. वहां से धक्का मारने के बाद ही चालू होती है. सरकार सूबे की पुलिस को हाईटेक बनाना चाहती है. लेकिन वाहनों के स्थिति खराब होने से पुलिस द्वारा अपराधियों का पीछा करने के दौरान उनका वाहन जवाब दे जाता है.
जब पुलिस का वाहन ही सही नहीं रहेगा तो कैसे अपराधी पकड़े जाएंगे. सरकार अपराध पर अंकुश लगाने के लिए संसाधन देने की बात तो कहती है. लेकिन अभी भी कैमूर जिले के भगवानपुर थाना की गाड़ी 10 से 15 साल पुरानी है.
जिस कारण गाड़ी की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. धक्का देकर ही इसको चालू करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में न तो अपराधियों की धरपकड़ ही हो पाएगी और ना अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस का मनोबल ही बढ़ पाएगा.
गश्ती पर निकले एएसआई का कहना है गश्ती गाड़ी की स्थिति दयनीय है. पिछले कई दिनों से गाड़ी को गश्ती पर जाने के पहले धक्का मारना पड़ता है. इसके बाद जहां गाड़ी रूकती है. फिर अपना काम निपटा कर गाड़ी को धक्का देने के बाद ही चालू होती है.
कैमूर से देवब्रत की रिपोर्ट