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बिजली कंपनी के कामगारों के मानदेय में भारी वृद्धि,अभी मिलता है सिर्फ 12 से 15 हजार रुपए, ,जानिए कब से होगा लागू

बिजली कंपनी के कामगारों के मानदेय में भारी वृद्धि,अभी मिलता है सिर्फ 12 से 15 हजार रुपए, ,जानिए कब से होगा लागू

PATNA: बिजली कंपनी के कामगारों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। उनके मानदेय में भारी वृद्धि होने वाला है। दरअसल, बिजली कंपनी में आउटसोर्सिंग के जरिए काम करने वाले तकनीकी कामनारों के न्यूनतम मानदेय में वृद्धि होगी। कामगारों का पैसा बढ़ाने के लिए बिजली कंपनी ने अधिकारियों की टीम गठित कर दी है। वहीं कंपनी के नियमों का सही ढंग से पालन हुआ तो कामगारों को अभी की तुलना में 26 फीसदी तक अधिक मानदेय मिल सकता है। बता दें कि, कंपनी के इस फैसले से राज्य के 12 हजार से अधिक तकनीकी कामगारों को लाभ होगा।

मालूम हो कि, बिजली कंपनी थोड़े समय के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी के जरिए तकनीकी कामगारों की सेवा लेती है। ये जूनियर लाइनमैन, लाइनमैन, अकुशल खलासी, स्वीच बोर्ड ऑपरेटर होते हैं। फ्यूज कॉल अटेड करने के साथ ही ऑपरेशन व मेंटेनेस कर इनका मुख्य काम होता है। वर्ष 2013 से ही ये कर्मी आउटसोर्सिग एजेंसी के माध्यम से काम कर रहे हैं। इसके लिए हरेक डिविजन के लिए एजेंसी तय है।

वहीं श्रम संसाधन विभाग की ओर से साल में दो बार न्यूनतम मानदेय में वृद्धि की जाती है। यही वृद्धि इन तकनीकी कामगारों पर लागू होती है। उस हिसाब से इन तकनीकी कामगारों को अभी हर महीने लगभग 12 से 15 हजार के बीच मानदेय मिल रहा है। वहीं मानदेय में वृद्धि के लिए कर्मचारी संघों ने आवाज उठाई थी। तकनीकी कामगारों को मिल रहे मानदेय पर कर्मचारी संघों ने आपत्ति जाहिर की थी।

संघ का कहना था कि बिजली का काम जोखिम भरा होता है। काम करने के दौरान अबतक दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। जोखिम के कारण ही बिजली कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को बिहार सरकार के अन्य कर्मियों की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक वेतन मिला करता है। साथ ही इमरजेंसू भत्ता भी दिया जाता है। संघ ने तकनीकी कामगारों को दिए जाने वाले वेतन में 26 फीसदी की वृद्धि की मांग की है। संघ ने कर्मचारियों को न्यूनतम राशि 21 हजार रुपए देने की मांग की है। 

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