कटिहार-दो बेटी के बाद एक बेटे की चाहत में एक मां मानव तस्कर गिरोह के झांसा में आकर मुजरिम बन गई, कटिहार के कोढ़ा थाना से जुड़े इस मामले में पुलिस ने एक लाख की रकम देकर बच्चा खरीदने वाली महिला और तीन महिला मानव तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है...पुलिस की गिरफ्त में खड़ी हो कर एक लाख रूपया देकर बच्चा खरीदने की बात को कबूल कर रहे यह प्रभावती देवी है, प्रभावती जो गुनाह किया है इसकी सजा तो निश्चित ही कानून उसे देगी लेकिन उसके काबुलनामे को सुनकर आप समझ जाएंगे की आज भी समाज बेटा-बेटी के अंतर को लेकर समाज कितना बदला है और बेटे की चाहत में महिलाएं किस हद तक जा सकती है.
कोढ़ा थाना क्षेत्र से जुड़े ये पूरी कहानी बेहद हैरान कर देने वाली है, दरअसल बेबी खातून अपने मासूम बेटे को लेकर आधार कार्ड बनाने के लिए गई थी, इस दौरान कुछ महिलाएं बेबी के बेटा को गायब कर दिया और एक लाख की रकम पर बच्चें को प्रभावती देवी को बेच दिया था, पुलिस ने जैसे ही गहराई से तफ्तीश शुरू किया तो पूरे मामले का पोल खुल गया और पुलिस ने बच्चा चोरी करने से लेकर बच्चा खरीदने के आरोप में सुहागी खातून, जरीना खातून, मनवाड़ा खातून और प्रभावती देवी को गिरफ्तार करते हुए लेनदेन के एक लाख राशि भी बरामद कर लिया है फिलहाल अपने गोद में एक बार फिर जिगर का टुकड़ा लौटने पर बेबी खातून बेहद संतुष्ट है और इसके लिए वह पुलिस का आभार जाता रही है.
पूरे मामले पर कोढ़ा डीएसपी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामला बेहद पेचीदा था, बेबी खातून जब आधार कार्ड बनाने के लिए पहुंची थी, तब अचानक नजर हटते ही उनके मासूम बच्चे को किसी ने गायब कर दिया, पुलिस जब उनके आसपास कौन थे इस पर जांच शुरू किया तो पता चला गांव के ही सुहागी खातून, जरीना खातून और मानवर खातून उनके आसपास थी, इसी एंगल पर तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया तो जरीना ने अपना गुनाह कबूल करते हुए इस बात को काबू लिया कf उन्होंने ही अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर बच्चा चोरी करते हुए कटिहार के प्रभावती देवी को एक लाख की रकम पर बच्चें को बेच दिया है , पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रभावती देवी के पास से बच्चें को बरामद कर लिया और लेनदेन के एक लाख रकम भी जरीना से बरामद कर लिया गया, फिलहाल पुलिस पूरे मामले को मानव तस्करी के एंगल जांच करते हुए आगे इन तीनों की क्राइम कुंडली को भी खंगाल रही है.
अपराध के इस अनोखे वारदात में मानव तस्करी का एंगल तो है ही साथ ही सवाल समाज की सोच पर भी है जो आज भी बेटा की चाहत में अपराधी बनने तक के लिए भी कोई गुरेज नहीं करती है.
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह