MUZAFFARPUR: हमें नहीं चाहिए कृषि विभाग का कोई अनुदान, हो सके तो केवल जंगली पशुओं के आतंक से हमें मुक्ति दिलाओ। ये बातें सरैया प्रखंड के खैरा पंचायत में आयोजित किसान चौपाल के दौरान सभी किसानों ने एक स्वर में कही।
किसान चौपाल में किसानों ने कहा कि जंगली जानवरों से उनकी फसल को काफी नुकसान होता है। किसानों की मांग है कि सरकार उन्हें जंगली जानवरों के आतंक से मुक्ति दिलाए।मौके पर मौजूद कृषि समन्वयक उदय गुप्ता, अजय प्रकाश, कृषि सलाहकार चंदन कुमार, विजय कुमार, रोहित, रेखा कुमारी सहित कृषि विभाग के कर्मचारियों ने किसानों की समस्या को सरकार तक रखने का आश्वासन दिया।
मौके पर पहुंचे परिवर्तनकारी जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष और पारू से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी विजय कुमार ने किसानों को समझाने- बुझाने का प्रयास किया और जिला वन पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी को इस मामले से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि जल्द ही विभाग के द्वारा किसानों के हित में जंगली पशुओं के खिलाफ हंटिंग का कार्यक्रम चलेगा। विजय कुमार ने कहा कि बिहार सरकार की नीतियों के कारण किसान खेती छोड़ कर अन्य राज्यों में जाकर मजदूरी करने को विवश हैं।
आज जंगली पशु नीलगाय और सूअर के आतंक के कारण किसानों ने खेती करना छोड़ दिया है। आए दिन इन पशुओं से जान माल की भी क्षति हो रही है। जो भी किसान खेती करते हैं, बरसों की मेहनत की गाढ़ी कमाई घंटों में यह जंगली पशु चट कर जाता है। किसान अपना ऋण नहीं चुका पा रहा है और ना ही अपने बच्चे की फीस। किसानों का जीना मुहाल हो गया
उन्होंने कहा कि किसानों के आग्रह पर चौपाल में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 19 दिसंबर को वन विभाग के कार्यालय कच्ची पक्की में इन जंगली पशुओं को मारने की मांग को लेकर विशाल जन आंदोलन किया जाएगा।जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा। मौके पर अमरेंद्र सिंह, शिवदयाल सिंह, सरोज सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह, जय किशन साह, गौरी शंकर ठाकुर, परमानंद ठाकुर, मुकेश भगत प्रसाद, भक्त हरिमोहन ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर, पासपत नाथ ठाकुर, हरि नंदन ठाकुर सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।
मुजफ्फरपुर से मनोज की रिपोर्ट