BANKA : बिहार में नवविवाहित युवतियों को ससुराल में मारने की घटना में कमी होती नजर नही आ रही है। कभी दहेज और कभी दूसरे कारणों से उनके जीवनसाथी ही हत्या की घटना को अंजाम दे रहे हैं। बांका जिले से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। यहां एक 22 साल की विवाहिता की सिर्फ इसलिए जिंदा आग के हवाले कर दिया गया, क्योंकि ससुराल वालों को जल्द बच्चा चाहिए था। साथ ही उस पर दहेज के लिए दबाव बनाया जा रहा था। मामले में मृतका के परिवार की शिकायत पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
2020 में धूमधाम से हुई थी शादी
घटना बाराहाट थाना क्षेत्र के हिजरिया गांव की है। मृतका की पहचान भागलपुर के सनोखर थाना क्षेत्र निवासी विजय ठाकुर की पुत्री निशा कुमारी (22 वर्ष) के रूप में हुई है। निशा की मां गीता देवी ने बताया कि दो साल पहले बेटी की शादी हिन्दू रीति-रिवाज से हिजरिया गांव निवासी स्व. योगेन्द्र ठाकुर के 24 वर्षीय टिंकु कुमार ठाकुर के साथ की थी।
शादी के तुरंत बाद बच्चे के लिए ससुराल में पड़ने लगा दबाव
शादी के बाद बेटी बोला करती थी कि ससुराल वाले बच्चा नहीं होने के कारण विवाद करते रहते हैं। छठ के समय दामाद ने लड़ाई-झगड़ा कर बेटी को ले गया था। तबसे वह ससुराल में ही रह रही थी। निशा की मां ने बताया कि कुछ दिन पहले घर बनाने के लिए दामाद को 20 हजार रुपए दिए थे। लेकिन इसके बाद भी वो और पैसों की मांग कर रहा था। इसके लिए बेटी पर भी दबाव बना रहा था। जिसकी सूचना बेटी ने मोबाइल से चार दिन पूर्व की थी।
शुक्रवार को मिली मौत की सूचना
शुक्रवार सुबह दामाद ने फोन कर सूचना दी कि सिलेंडर फटने से निशा जल गई है। जिससे उसकी मौत हो गयी है। सूचना पाकर जब मैं पहुंची तो देखा कि मेरी पुत्री का शव रखा हुआ है। और उसके घर के सारे लोग फरार है। मायके से लोगों के पहुंचने के बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
मृतका की मां ने दामाद टिंकू कुमार ठाकुर, दामाद की मां मीरा देवी, दामाद की बहन पूनम देवी, बहनोई राकेश ठाकुर (बांका थाना क्षेत्र के कझिया गांव निवासी) पर दहेज को लेकर प्रताड़ित करने के साथ केरोसिन छिड़क कर बेटी को जिंदा मार देने का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। बाराहाट थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने बताया चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सिलेंडर ब्लास्ट की बात पर शक
घटना को लेकर ससुराल वालों का कहना है कि सिलेंडर ब्लास्ट होने के कारण निशा की मौत हुई है. जबकि परिजनों का कहना है कि आसपास के लोगों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि आरोपी के घर पर सिलेंडर से आग लगने जैसा कुछ नहीं दिखा। यदि सिलेंडर से आग लगी होती तो घर का सामान भी जला होता। आस-पास के लोगों को भी पता चलता है।