पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार फरियादियों ने कई प्रकार की समयस्याओं और शिकायतों से राज्य के मुखिया को अवगत कराया. इस दौरान एक ऐसे फरियादी भी रहे जिन्होंने जनता दरबार में सीएम नीतीश के सामने ही कहा कि मुख्यमंत्री जी मेरी हत्या हो सकती है. उन्होंने यहां तक कहा कि मुझे हत्या का डर इसलिए सता रहा है कि क्योंकि मैंने भ्रष्टाचार का विरोध किया था.
राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ने की शिकायत बेहद आम है. इसी क्रम में अब सीएम नीतीश के सामने ही फरियादी ने भ्रष्टाचार सहित उसका खुलासा करने पर जान को खतरा बताया. एक फरियादी ने बताया कि 27 जुलाई 1982 को उनकी एक महाविद्यालय में नियुक्ति हुई और 28 जुलाई को सेवा में योगदान दिया.
2010 के किसी वाकये का जिक्र करते हुए फरियादी ने कहा कि महाविद्यालय में गलत होने का जब उन्होंने विरोध किया तो फरवरी 2018 में उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया गया. फरियादी ने कहा कि मेरी हत्या हो सकती है. देवेश चंद्र ठाकुर नामक व्यक्ति का नाम लेते हुए फरियादी ने कहा कि वह मेरी हत्या करवा सकते हैं. फरियादी ने महाविद्यालय के प्रिंसिपल पर अनियमितता करने का आरोप लगाया. सीएम नीतीश ने फरियादी की बातों को सुनकर संबंधित विभाग को मामले का निपटान करने कहा.