सृजन घोटाले में बुरी तरह से फंस चुके आईएएस अधिकारी भगोड़ा घोषित, गिरफ्तारी का हुआ वारंट जारी

PATNA : बिहार में सबसे चर्चित घोटालों में शामिल सृजन घोटाले में बुरी तरह से फंस चुके पूर्व आईएएस केपी रमैया, अमित कुमार और रजनी प्रिया के खिलाफ सीबीआई की विशेष अदालत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें घोषित कर दिया है। साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर दिया गया है।
बता दें कि सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 फरवरी को भागलपुर के पूर्व जिलाधिकारी केपी रमैया और घोटाले की किंगपिंग रही मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार और बहू रजनी प्रिया की गिरफ्तारी के लिए स्थायी वारंट जारी करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही अदालत ने इन तीनों के मुकदमा के अभिलेख को अलग करने का भी निर्देश दिया।
सीबीआई की विशेष अदालत ने तीन आरोपितों केपी रमैया, अमित कुमार और रजनी प्रिया के खिलाफ कुर्की वारंट जारी किया था। सीबीआई ने फरार अमित कुमार और उसकी पत्नी रजनी प्रिया की 13 चल व अचल संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की है।
वहीं, पूर्व आईएएस केपी रमैया के खिलाफ जारी कुर्की वारंट का तामिला कर सीबीआई ने दो रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें कहा गया है कि फरार रमैया ने अपनी संपति अपनी पत्नी जया भारती और पुत्र केएस शिवकांत के नाम कर दी है। सीबीआई रमैया को गिरफ्तार करने के साथ ही कुर्की वारंट का तामिला करने में भी असफल रही है।
सीबीआई की विशेष अदालत ने सीबीआई के एसपी और आईजी को आदेश की प्रति भेजकर सृजन घोटाले के इस मामले की जांच कर रहे अनुसंधानकर्ता के आरोपित केपी रमैया के खिलाफ जारी कर्की वारंट का तामिल नहीं किए जाने के आचरण को देखने को कहा है।
करोड़ो रुपए के घोटाले के इस मामले में कुल 27 आरोपित हैं। इनमें 12 न्यायिक हिरासत के तहत बेऊर जेल में हैं, जबकि 3 फरार हैं। सात आरोपित जमानत पर हैं।