PATNA : दिल्ली के आर्क बिशप अनिल काउटो ने सभी चर्च के पादरियों को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें भारत की राजनीतिक स्थिति को अशांत बताय़ा है। चर्च के इस चिट्ठी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यदि चर्च मोदी सरकारके विरोध में फतवा जारी करेगा तो अन्य धर्मों के लोगों को सोचना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अन्य धर्म के लोगों को भजन-कीर्तन करना होगा। गिरिराज सिंह ने कहा कि सभी क्रियाओं की प्रतिक्रिया होती है। मैं सांप्रदायिक सौहार्द को बिगड़ने वाला कोई कदम नहीं उठाऊंगा, लेकिन अगर चर्च लोगों से प्रार्थना करने के लिए कह सकता है ताकि मोदी की सरकार नहीं बने तो देश को सोचना होगा कि दूसरे धर्म के लोग भी कीर्तन-पूजा करेंगे ।
चर्च के बयान पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने भी
प्रतिक्रिया दी है। राजनाथ सिंह ने कहा, 'भारत में सभी
अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं और यह एक मात्र ऐसा देश है जहां पर मजहब के नाम पर भेदभाव
नहीं होता है। उन्होंने कहा, मैंने आर्कबिशप
का कोई खत नहीं देखा है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि भारत उन देशों
में से एक है जहां अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं और किसी को जाति और धर्म के आधार पर
भेदभाव करने की अनुमति नहीं है। बता दें कि दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो ने
प्रदेश के सभी चर्च के सभी पादरियों को खत लिखकर भारत की राजनीतिक स्थिति को अशांत
बताय़ा था। उन्होंने लिखा था कि 2019 में होने वाले
लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सभी चर्च के पादरियों को प्रार्थना करनी चाहिए और हर
शुक्रवार को उपवास करने की अपील की थी। अपनी चिट्ठी में उन्होंने लिखा था, मौजूदा अशांत राजनीतिक मौहाल संविधान में निहित
हमारे लोकतांत्रित सिद्धांतों और हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने के लिए खतरा
बन गया है।