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सुशासन की 'शर्मनाक' तस्वीर! साहब.... अब मिलने से क्या फायदा? RTI एक्टिविस्ट 'मर्डर' केस में शामिल 'सफेदपोशों' को पकड़ लेते तो बच जाती 14 साल के बेटे की जान

सुशासन की 'शर्मनाक' तस्वीर! साहब.... अब मिलने से क्या फायदा? RTI एक्टिविस्ट 'मर्डर' केस में शामिल 'सफेदपोशों' को पकड़ लेते तो बच जाती 14 साल के बेटे की जान

PATNA: मोतिहारी के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद न्याय नहीं मिलने पर बेटे ने भी शरीर में आग लगा छत से कूदकर जान दे दी। ऐसी शर्मनाक घटना सुशासन राज पर करारा तमाचा है। सफेदपोशों के काले कारनामों का खुलासा करने पर सिंतबर 2021 में आरटीआई कार्यकर्ता की दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया था। छह महीने बाद भी पुलिस असली गुनाहगारों को बेनकाब नहीं कर सकी । आऱटीआई कार्यकर्ता ने जिस करोड़ों की जिस जमीन पर अवैध कब्जे का खुलासा किया था उस जमीन पर बुलडोजर भी नही चला। 14 साल का बेटा आरटीआई एक्टिविस्ट पिता के हत्यारों को सजा दिलाने को एसपी से मिलने की गुहार लगाते रहा। दफ्तर में जलील किये जाने के कुछ घंटे बाद ही 25 मार्च की रात शरीर में आग लगा तीसरी मंजिल से कूदकर जान दे दिया। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी असली गुनाहगार को न पकड़ सके, न जमीन से अवैध कब्जे को हटा  सके,अब मातमपूर्सी के लिए पीड़ित परिवार से मिलने घर जा रहे। क्या अब उस पीड़ित महिला का बच्चा वापस आ जायेगा? 

असली गुनाहगार बीजेपी नेता को क्यों नहीं किया गिरफ्तार?

यही सवाल हरसिद्धी के आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की पत्नी व 14 साल के मृत बेटे रोहित अग्रवाल की मां ने मोतिहारी के डीएम-एसपी व चंपारण के डीआईजी से पूछी तो अफसरों के पास कोई जवाब नहीं था। सुशासन राज के ये अधिकारी पीड़ित को न्याय नहीं दिला सके, दफ्तर में मुलाकात भी नहीं कर सके लेकिन न्याय दिलाने का वादा करने शनिवार को पीड़ित परिवार के घर गये थे। जिस महिला का सुहाग और चिराग दोनों उजड़ गया उसके लिए अब क्या बचा हैा? वो महिला चीख-चीख कर पूछ रही थी कि आपलोगों ने क्या किया....आखिर आपने असली गुनाहगार राजेन्द्र गुप्ता को क्यों नहीं गिरफ्तार किया.....अगर असली गुनाहगार राजेन्द्र गुप्ता की गिरफ्तारी हो जाती तो हमारा बेटा आज जिंदा होता......। अब मिलने से क्या फायदा......दफ्तर में तो आपलोगों ने हमारे बेटे से मुलाकात की नहीं.......हमारे लिए तो सबकुछ लुट गया। पहले पति की हत्या कर दी गई और अब बेटा हत्यारों को सजा नहीं दिला सका तो अपनी जान दे दी। महिला के ये शब्द सुशासन राज को बेपर्द कर दे रहा। आखिर पुलिस के अधिकारी इतने निष्ठुर क्यों हो गये हैं?  आखिर वास्तविक गुनाहगार की गिरफ्तारी से किसने रोक रखा था ? 

डीआईजी कह रहे काफी दुःखद घटना

चंपारण क्षेत्र के डीआईजी कहते हैं कि यह काफी दुःखद घटना है। इससे अधिक दुःखध घटना और क्या हो सकती है। वे कहते हैं कि बिपिन अग्रवाल हत्या कांड के कुछ अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस प्रयास कर रही है। वहीं मोतिहारी एसपी कुमार आशी। जिनपर दफ्तर में उस लड़के से नहीं मिलने का आरोप है वे कहते हैं कि इस मामले की जांच सीआईडी से कराने को लेकर पत्र भेजा जा रहा है। वहीं पीड़ित परिवार को अब बिहार पुलिस से भरोसा उठ चुका है, लिहाजा सीबीआई जांच की मांग कर रही है। 

बीजेपी नेता को पुलिस ने पकड़कर बॉंड पर छोड़ा था

बता दें, 24 सितंबर 2021 को मोतिहारी के हरसिद्धी प्रखंड कार्यालय के गेट पर दिनदहाड़े आरटीआई एक्टिविस्ट बिपिन अग्रवाल की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या में कई रसूखदारों के नाम का खुलासा हुआ था।मर्डर में यह बात सामने आई थी कि हरसिद्धी में करोड़ों की सरकारी जमीन जिस पर पेट्रोल पंप व अन्य मकान हैं पर अवैध कब्जे का खुलासा करने की वजह से ही हत्या की गई है। हत्या में बीजेपी के एक जिला स्तर के नेता का नाम सामने आया था। पुलिस ने जब एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया तो पूछताछ में इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने उस बीजेपी नेता को हिरासत में भी लिया था .लेकिन कुछ घंटे बाद ही उसे छोड़ दिया गया. बिपिन अग्रवाल की पत्नी आज भी चीख-चीख कर कह रही कि असली गुनाहगार वही है जिसे पुलिस पकड़ नहीं रही। 



 



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