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गोल इंस्टीट्यूट है तो मेडिकल में प्रवेश पाना संभव है : इस वर्ष इंस्टीट्यूट के 6635 विद्यार्थियों ने NEET की परीक्षा पास की, सभी को किया गया सम्मानित

गोल इंस्टीट्यूट है तो मेडिकल में प्रवेश पाना संभव है : इस वर्ष इंस्टीट्यूट के 6635 विद्यार्थियों ने NEET की परीक्षा पास की, सभी को किया गया सम्मानित

पटना. बिहार एवं झारखण्ड में मेडिकल की तैयारी कर रहे छात्रों की पहली पसंद बन चुकी गोल इन्स्टीट्यूट ने आज बापू सभागार, गाँधी मैदान, पटना में आयोजित सम्मान समारोह में अपने सैकड़ों सफल छात्रों को सम्मानित किया. गोल के द्वारा आयोजित इस समारोह में गोल इंस्टीट्यूट के बिहार एवं झारखंड से लगभग 572 से अधिक सफल छात्रों को सम्मानित किया गया. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सरकार के दिये गाइडलाइन के तहत शोसल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के साथ प्रोग्राम को सफलता पूर्वक आयोजित किया गया. प्रोग्राम में मुख्य अतिथी के रूप में वक्तव्य देते हुए बिहार सरकार के अन्तर्गत स्वास्थ्य मंत्री मंगल मांण्डेय ने कहा कि सफल छात्रों को आने वाले समय में समाज की कई अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा. उन्होनें छात्रों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए प्रेरित किया.

इस समारोह में डॉ. सुनील कुमार, डॉ. एस.के.पाण्डेय एवं डॉ. रविकान्त, डॉ. रविन्द्र कुमार, डॉ. राजीव कुमार, डॉ रामचन्द्र, डॉ. संदीपन एवं डॉ. अमद अतिक के अलावा कई अन्य गणमान्य अतिथी ने सफल छात्रों से अपने अनुभव को साझा किए.

सफल छात्रों को सफलता पर बधाई देते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के मैनेंजिंग डायरेक्टर विपीन सिंह ने कहा कि कोरोना काल के विषम परिस्थितियों के बावजूद सफलता प्राप्त किये इन सफल छात्रों पर हमारी संस्थान गौरवान्वित है. उन्होंने सफलता का श्रेय छात्रों के अथक परिश्रम और उनके अभिभावकों के सहयोग को देते हुए कहा कि हमारी टीम लगातार छात्रों के सफलता के लिए प्रतियोगिता के नए प्रारूप के अनुसार तैयारी करवा रही है और उसी का परिणाम है कि आज बिहार एवं झारखण्ड से साधारण प्रतिभा वाले छात्र भी सफल हो रहे हैं. विपीन सिंह ने दिव्यांग छात्रों के लिए निःशुल्क शिक्षा मुहैया करवाने का वादा करने के साथ छात्रों को आने वाले समय में और भी बेहतर सुविधाएं देकर मेडिकल के कॉम्पीटिशन में सफलता को आसान बनाने का आश्वासन दिए.

गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने बताया की इस वर्ष नीट में 6635 छात्र क्वालिफाई किए, जिनमें से 572 छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमीशन मिलने की संभावना है. हमारी संस्थान अगले सत्र के लिए फाउण्डेशन, टारगेट, एचीवर एवं टेस्ट सिरिज के माध्यम से नीट के लिए छात्रों को और भी बेहतर सुविधाओं के साथ तैयारी करवाएगी.

समारोह में पुरस्कृत छात्रें में अमन हर्ष ऑल इंडिया रैंक 241, (696 मार्क्स), प्रज्ञाँश समइयार ऑलइंडिया 15 कैटेगरी रैंक एवं 252 जेनरल रैंक (695 मार्क्स), प्रींस प्रियदर्शी ऑल इंडिया रैंक 390 (691 मार्क्स), सत्यम कुमार 43 कैटेगरी रैंक एवं 495 जेनरल रैंक (690 मार्क्स), पुजा कूमारी 134 कैटेगरी रैंक एवं 606 जेनरल रैंक (685 मार्क्स), अनिकेत प्रभाकर 181 कैटेगरी रैंक एवं 769 जेनरल रैंक (682 मार्क्स), आनन्द मिश्रा 591 कैटेगरी रैंक एवं 933 जेनरल रैंक (680 मार्क्स), अभिलाषा झा 56 कैटेगरी रैंक एवं 640 जेनरल रैंक (685 मार्क्स) के साथ सैंकड़ों अन्य छात्रों ने सफलता प्राप्त की है.

इस वर्ष बिहार एवं झारखण्ड मेडिकल के सफल छात्रों में ज्यादातर छात्र गोल इन्स्टीट्यूट से ही हैं. गोल विलेज के 90 प्रतिशत एवं गोल चैलेंजर ग्रुप के 100 प्रतिशत छात्रों ने सफलता प्राप्त कर सफलता का बेमिशाल उदाहरण प्रस्तुत किया है. समारोह का संचालन गौरव प्रकाश जी, शैलेश कुमार, संजय आनन्द एवं गोल के आनन्द वत्स के द्वारा कि गई, जिसमें उन्होनें बताया कि इस वर्ष नीट परीक्षा में कोरोना संक्रमण में गोल के छात्रों ने विपरीत परिस्थिति में भी गोल विलेज (ब्वॉयज एवं गर्ल्स) में रहकर उम्दा प्रदर्शन किया है. इस प्रोग्राम में संजिव कुमार, अनिल कुमार, विनित सिंह, गौरव सिंह, निरज मिश्रा, निकेत वर्धन एवं कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.


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