बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

कांग्रेस न होती तो भारत का लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता, राज्यसभा में कांग्रेस पर गरजे पीएम मोदी

कांग्रेस न होती तो भारत का लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता, राज्यसभा में कांग्रेस पर गरजे पीएम मोदी

दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पर चुन चुन कर हमला किया. पीएम मोदी ने कहा, सदन में कहा गया कि कांग्रेस ने भारत की बुनियाद डाली और भाजपा वालों ने झंडा गाड़ दिया. कुछ लोग यही मानते हैं कि हिंदुस्तान 1947 में पैदा हुआ, इसी सोच के कारण परेशानी पैदा होती है. कहा कि  जिन लोगों को 50 साल काम करने का मौका मिला उन्होंने कुछ नहीं किया. 1975 में डेमोक्रेसी का गला घोंटने वालों को डेमोक्रेसी पर नहीं बोलना चाहिए.

कांग्रेस ने डायनेस्टी के आगे सोचा ही नहीं है. भारत के लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा है, परिवारवादी पार्टियों का है, यह मानना पड़ेगा. पार्टी में भी जब कोई परिवार सर्वोपरि हो जाता है, तो सबसे पहली कैजुएल्टी टैलेंट की होती है. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को नेशन से भी समस्या है. पीएम ने कहा कि अगर ऐसा है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यों है, अगर दिक्कत है तो पार्टी का नाम बदल लीजिए और फेडरेशन ऑफ कांग्रेस कर देना चाहिए.

उन्होंने ने राज्यसभा में कहा कि अगर महात्मा गांधी की इच्छानुसार कांग्रेस न होती तो क्या होता. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस न होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता, अगर कांग्रेस न होती तो भारत विदेशी चस्पे के बजाय स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता, अगर कांग्रेस न होती तो देश पर इमरजेंसी का कलंक नहीं होता, दशकों तक करप्शन को संस्थागत न बनाकर रखा होता, जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी नहीं होती,

अगर कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता, सालों-साल पंजाब आतंक की आग में न जलता, कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत न आती, बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं न होती, देश के सामान्य आदमी को मूल सुविधाओं के लिए इतने साल इंतजार न करना होता.

पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिका 40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का दौर झेल रहा है, ब्रिटेन  30 साल की रिकॉर्ड महंगाई झेल रहा है, ऐसे माहौल में भी हमने महंगाई को एक लेवल पर रोकने का बहुत प्रयास किया है. 2014 से 2020 तक ये दर 4-5 प्रतिशत के पास थी और इसकी तुलना यूपीए दौर से करें तो पता चलेगा महंगाई क्या होती है. यूपीए के समय महंगाई डबल डिजिट छू रही थी.

पीएम मोदी ने इस क्रम में बताया कि कैसे कोरोना काल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया गया. इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा को संबोधित किया था.  पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है और पिछले 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा है. अभी भी ये संकट नये-नये रूप लेकर आफतें लेकर आ रहा है. पूरी दुनिया इससे जूझ रही है. पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तारीफ करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के कामों की सराहना हो रही है.

पीएम मोदी ने रोजगार को लेकर कहा कि 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग EPFO से जुड़े हैं, ये सब फॉर्मल जॉब हैं. इनमें से भी 65 लाख 18-25 आयु के हैं यानी इन लोगों की पहली बार जॉब मार्केट में एंट्री हुई है. कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद हायरिंग दोगुनी हो गयी हैं. पीएम मोदी ने बताया कि कोरोना काल में MSME सेक्टर और खेती-किसानी पर सरकार ने विशेष फोकस किया. किसानों को ज्यादा MSP मिला, पैसा सीधा बैंक खातों में जमा हुआ. पंजाब के लोगों के मैंने कई वीडियो भी देखे, उन्होंने कहा कि हमारी मेहनत तो उतनी ही है, लेकिन खाते में इतना पैसा एक साथ आता है, ये पहली बार देखा है.

पीएम ने कहा कि कोरोना काल में गरीबों को राशन देने का काम किया गया.  कोरोना काल में हमने 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन देकर दुनिया के सामने उदाहरण प्रस्तुत किया.  यह भी कहा कि गरीब लोगों को घर देने काम हमारी सरकार करती रही, पीएम ने कहा कि कोरोना काल में पांच करोड़ गरीब परिवारों को नल से जल पहुंचाने का काम किया गया. पीएम ने याद दिलाया कि -किसानों ने कोरोना काल में बंपर पैदावार की सरकार ने  MSP पर रिकॉर्ड खरीदारी की.


Suggested News