पटना. प्रदूषण के बढ़ता स्तर बिहार के अधिकांश शहरों को अपनी चपेट में लिए हुए है. खासकर पटना, मुजफ्फपुर और गया जैसे बड़े शहरों में पिछले एक सप्ताह के दौरान हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज किया गया है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि स्वच्छ हवा का आनंद लिया जाए और कुछ ऐसी जगहों पर घुमने की योजना बनाई जाए जहाँ की आवो-हवा स्वच्छ है.
हालिया जारी स्वच्छ हवा के शहरों की सूची में दक्षिण भारत के कई ऐसे शहर शामिल हैं जहाँ की हवा सबसे स्वच्छ मानी गई है. बड़े दिन और न्यू ईयर की छुट्टियों में इन जगहों पर घूमने जाया जा सकता है. देश के पांच सबसे स्वच्छ हवा वाले शहरों में मिजोरम का आईज़ोल शामिल है. यह देश के सबसे शुद्ध हवा वाले शहरों में शुमार है. आईज़ोल में खावंगलांग वन्यजीव अभ्यारण्य, वानत्वांग वाटरफॉल्स, तामडील झील, बुर्रा बाज़ार, मिज़ोरम स्टेट म्यूज़ियम, डर्टलांग पहाड़ियां, रेइक हेरिटेज गाँव पर्यटकों के घूमने वाले स्थल हैं.
इसी तरह तमिलनाडु का कोयम्बटूर है. इसे दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है. यहाँ की हवा भी काफी शुद्ध है. यहाँ के मंदिरों की द्रविड़ वास्तुकला देखने लायक है. आदियोगी आदियोगी शिव स्टेचू, वैदेही फॉल्स, कोवई कोंडट्टाम, पेरूर पाटेश्वरर मंदिर, सिरुवानी झरना भी प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं.
आंध्र प्रदेश का अमरावती प्रकृति प्रेमियों प्रमुख आकर्षण केंद्र रहा है. यहाँ की न सिर्फ हवा स्वच्छ मानी जाती है बल्कि यह शहर अपने तीर्थ स्थलों और विरासत भवनों के लिए प्रसिद्ध है. इसी शहर को भविष्य में आंध्र प्रदेश की राजधानी के रूप में विकसित किया जायगा. प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध कर्नाटक के दावणगेरे में भी सबसे शुद्ध हवा बहती है. यहाँ के मंदिर और कई प्राकृतिक स्थल प्रमुख पर्यटन स्थल हैं.
इसी तरह आंध्र प्रदेश का विशाखापत्तनम है. इसे भी देश के सबसे स्वच्छ हवा वाले शहर में शामिल किया गया है. शांत समुद्र तटों और प्रकृति के नयनाभिराम दृश्यों के लिए यह पर्यटकों का प्रमुख केंद्र रहा है. तो ऐसे में अगर इस वर्ष के अंत में छुट्टियों में घूमने फिरने की योजना हो तो आप भी देश के सबसे स्वच्छ हवा वाले शहरों में जा सकते हैं.