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हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बाद रेलवे स्टेशन पर चल रहा अवैध नमाज स्थल हुआ खाली, 10 साल पहले जमाया था अवैध कब्जा

हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बाद रेलवे स्टेशन पर चल रहा अवैध नमाज स्थल हुआ खाली, 10 साल पहले जमाया था अवैध कब्जा

DESK. रेलवे स्टेशन पर बने कुलियों के विश्राम स्थल को अवैध रूप से कब्जा कर उसे नमाज स्थली बनाए जाने के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों का विरोध रंग लाया. रेल प्रशासन ने भारी विरोध को देखते हुए बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन पर जिस कुली विश्राम गृह को मुस्लिम नमाज कक्ष बना दिया गया था उसे फिर से विश्राम गृह में तब्दील कर दिया गया है. 

क्रांतिवीर संगोली रायन्ना बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन पर इसे लेकर दो दिन पहले हिंदू जनजागृति वैदिक के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था. एक वीडियो वायरल होने के बाद यह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ. बाद में इसे लेकर दक्षिण पश्चिम रेलवे को पत्र लिखकर कुली विश्राम स्थल को पुनर्स्थापित करने की मांग की गई थी. आरोप था कि क्रांतिवीर संगोली रायन्ना बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन पर कुली विश्राम स्थल को करीब दस साल पहले कुछ लोग नमाज पढ़ने के लिए इस्तेमाल करने लगे. बाद में इसे एक प्रकार की मस्जिद के तौर पर पेश किया जाने लगा. यहाँ तक कि कुली विश्राम स्थल का नामकरण भी मस्जिद-ए-नूरानी कर दिया गया था. इसके अंदर भी इस्लामी पद्धति का साज सज्जा कर दिया गया था. इसके बाद अन्य समुदाय के लोगों का यहाँ आना बंद कर दिया.

हालाँकि यहाँ पहले इस किस्म की कोई मस्जिद नहीं थी. इसे लेकर जब विरोध शुरू हुआ तो यह मामला तूल पकड़ा. रेलवे ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कुली विश्राम स्थल को फिर से सभी समुदायों के कुलियों के आरामगाह के रूप में व्यवस्थित करने की पहल की.  कुलियों ने विश्राम गृह को उसके पूर्ववर्ती स्वरूप में बदलने का निर्णय लिया क्योंकि वे इस पूरे मुद्दे को सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहते थे.

वहीं हिंदू संगठनों की मांग था कि ये अवैध मस्जिद बंद होनी चाहिए. सामान्य जन भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर रेलवे प्रशासन इतनी लापरवाही कैसे कर सकता है और रेलवे स्टेशन पर कुली विश्राम स्थल को कुछ लोग इबादत की जगह कैसे बना सकते हैं. कुछ लोगों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ा और बेंगलुरु केएसआर रेलवे स्टेशन की राष्ट्रीय महत्ता को रेखांकित किया.  अंततः अब रेल प्रशासन ने नमाज स्थल को हटाने और उसे पूर्ववर्ती स्वरूप में बदलने का निर्णय लिया. 


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