SASARAM : दनवार बालू घाट का चालान खत्म होने के बाद गया जिले के बालू चालान जरनेट कर पुरी रात 10 बजे से भोर 4 बजे तक बालू लोडिंग ढूलाई का खेल रात के अंधेरे में प्रसासन के मिली भगत से चल रहा है। स्थानीय लोगो की माने तो गया जिला के ईमेल पासवर्ड को दनवार घाट पर खोल जरनेट कर कर्मिं बालू ढुलाई का खेल चल रहा है।
बालू घाट के आधा किलोमीटर दूर पर कछवा थाना है। स्थानीय लोगो ने बताया कि स्थानीय थाना व अंचलाधिकारी के मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। स्थानीय प्रशासन सब कुछ जानने के बाद भी कोई करवाई नही करता। वही इस सम्बंध में खनन विभाग के अधिकारी कार्तिक कुमार से जब पूछा गया कि दनवार बालू घाट पर गया जिले के बालू घाट का पासवर्ड का इस्तेमाल कर दनवार बालू घाट से बालू की ढुलाई का खेल चल रहा तो पदाधिकारी ने बताया कि आपके माध्यम से ही जानकारी मिली ही मामले की जांच कर करवाई की जाएगी। जांच की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए खनन पदाधिकारी।
वही ग्रामीण लोगो की माने तो यह सारा खेल जिले के विभाग के सीनियर अधिकारी की मिली भगत से हो रहा है। बालू की ढुलाई में लगे ट्रक चालकों से जब कागजात को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि दनवार बालू घाट से बालू का उठाव करने पर दनवार के बदले गया जिला का बालू चालान हम लोगो को मिलता है। हमलोग भी इस कारनामे को देख आश्चर्यचकित है। जब इस बात को ट्रक चालक बालू खदान के मुंशी से कहते है कि इस चालान पर गाड़ी पकड़ी जाएगी तो जबाब मिलता है कि हमारे मालिक ने हर जगह सेटिंग कर रखा है। कोई बात नही आप आराम से कछवा,नासरीगंज ,काराकाट, बिक्रमगंज, नटवार और उधर भोजपुर के, बिहटा गंतव्य को जाइये कोई रोकेगा नहीं।
बतादे की दनवार बालू घाट से हर दिन लाखों करोड़ों रुपये के राजस्व का सरकार का नुकसान हो रहा है। इस मामले में स्थानीय अनुमंडलाधिकारी व खनन विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए हैं। इस कारनामे से हर दिन सरकार के राजश्व को भारी नुकसान हो रहा है। सरकार भले ही अवैध बालू के कारनामे को रोकने के लिए दिन में सडको पर डंडे पिटती लेकिन रात होते ही बालू माफिया अपने लाव लश्कर के बूते इस खेल को खेलते हैं। नासरीगंज से हर दिन सैकड़ो ट्रक बालू ओभर लोड ट्रक डिहरी पहुंचे है।
सासाराम से रंजन की रिपोर्ट