पटना. एनएमसीएच के अधीक्षक विनोद कुमार के निलंबन का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। निलंबन के विरोध में आईएमए ने नाराजगी जाहिर की है। आईएमए ने इसको लेकर सीएम नीतीश को पत्र लिखा है। साथ ही इसमें सीएम नीतीश से हस्तक्षेप करने की मांग है।
डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार रात को एनएमसीएस का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान शिकायत मिलने के बाद शुक्रवार को एनएमसीएच के अधीक्षक विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। इस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है और मांग की है कि तत्काल उनके निलंबन को रद्द किया जाए। आईएमए का कहना है कि सरकार ने जिस तरीके से उन्हें निलंबित किया है, वह असंवैधानिक है और उसकी प्रक्रिया गलत है। अगर सरकार हमारी बात नहीं सुनेगी तो निश्चित तौर पर पूरे राज्य के डॉक्टर संघर्ष का रास्ता अपनाएंगे।
वहीं निलंबन को लेकर आईएमए बिहार शाखा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इस दौरान कहा गया है कि नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पटना) के वरीय प्राध्यापक सह अधीक्षक विनोद कुमार सिंह के नियम विरुद्ध, अकारण एवं अव्यवहारिक निलंबन की घोर भर्तसना किया जाता है। डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के दौर में अभूतपूर्व साहस एवं समर्पण का परिचय देते हुए अपनी भूमिका निभाई है, जिसकी प्रशंसा राज्य सरकार एवं बिहार की जनता से भी मिली है। उन्होंने शिशु रोग विभाग में भी अभूतपूर्व सेवा प्रदान की है। वर्तमान डेंगू महामारी में भी उनका कार्य उपलब्ध सुविधाओं के अंतर्गत सराहनीय था। फिर भी सरकार अपनी कमियों को छिपाने के लिए एक विद्वान, ईमानदार एवं कर्तव्यनिष्ठ को विना उनका पक्ष जाने निलंबित कर दिया है।