नवादा. नवादा मंडल कारा की इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिली कि अस्पताल में भर्ती कैदी को रेफर होने के बावजूद भी रेफर नहीं किया जा रहा था। इस पर news4nation ने स्टोर की थी. खबरों के दवाब के बाद जेल प्रशासन ने आनन-फानन में देर रात को बंदी को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया।
नवादा सदर अस्पताल में इलाजरत मानसिक रूप से एक बीमार बंदी को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। 15 जनवरी को ही बंदी को रेफर किया गया, लेकिन उसे पीएमसीएच नहीं भेजा जा सका। जिससे बंदी के परिजनों में नाराजगी है। गार्ड सुनील कुमार ने बताया कि पूरी प्रक्रिया के बाद हम लोगों के द्वारा सदर अस्पताल से कागज की प्रक्रिया पूरी करवा कर जेल भेज दिया गया है।
जेल प्रशासन के द्वारा गार्ड दिया जायेगा। इसके बाद पटना रेफर लेकर जाएंगे। पुलिस गार्ड नहीं आने के कारण पटना नहीं लेकर जा रहे हैं। लेकिन अब तक पुलिस लाइन से गार्ड जेल प्रशासन को नहीं मिला है। इसी वजह से अभी तक युवक को नवादा के अस्पताल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमने जेल से बातचीत किए तो मालूम चला कि आज किसी भी वक्त जेल से गार्ड भेजा जाएगा तो रेफर किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि 15 तारीख की रात में ही रेफर कर दिया गया है। सवाल यह है कि आखिर जेल प्रशासन को इतने दिन गार्ड लेने में कैसे लगा। रेफर के बावजूद भी मरीज को पुलिस गार्ड क्यों नहीं मिला। जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण ही इस तरह का आलम देखने को मिला है। हालांकि जेल प्रशासन ने पुलिस प्रशासन को गार्ड मुहैया करवाने को कहा हैं।
बताया जाता है कि गोविंदपुर थाना की पुलिस ने 28 दिसंबर को शराब पीने के आरोप में युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसकी तबीयत बिगड़ने पर 14 जनवरी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच मनोरोग विभाग को रेफर कर दिया गया। लेकिन बीमार बंदी को पटना नहीं भेजा जा सका। इधर, जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय ने बताया कि गार्ड उपलब्ध हो गया है। बंदी को पीएमसीएच भेजा जा रहा है।