N4N DESK : पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच तनातनी का मामला किसी के छिपा नहीं है। एक बार ममता बनर्जी के कैबिनेट के फैसले से यह तनातनी और अधिक बढ़ सकती है। दरअसल ममता बनर्जी मंत्रिपरिषद ने यह निर्णय लिया है की अब राज्य के राज्यपाल सरकार द्वारा संचालित विश्वविद्यालयों के चांसलर नहीं होंगे। उनकी जगह अब राज्य की मुख्यमंत्री ही विश्वविद्यालयों की चांसलर होंगी। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने बताया कि आज हमने फैसला किया है कि सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में चांसलर मुख्यमंत्री होंगे, राज्यपाल नहीं। अधिनियम में संशोधन के लिए इसे विधानसभा में ले जाया जाएगा।
बता दें की हाल के दिनों में भी राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति को लेकर पश्चिम बंगाल राज्य सरकार और राजभवन के बीच में खींचतान मची हुई थी। इसी बीच आज कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया कि अब गवर्नर की जगह अब मुख्यमंत्री चांसलर होंगी। इसी साल शुरुआत में ममता बनर्जी और राज्यपाल धनखड़ के बीच की जंग इतनी बढ़ी कि मुख्यमंत्री ने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया।
शायद यह पहला ऐसा मौका था, जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री ने गवर्नर को सोशल मीडिया पर ब्लॉक किया हो। इसकी जानकारी देते हुए खुद ममता बनर्जी ने कहा था की मेरी सरकार के खिलाफ राज्यपाल जगदीप धनखड़ के लगातार ट्वीट से परेशान होकर मैंने उन्हें ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था की मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई बार पत्र लिखकर जगदीप धनखड़ को हटाने का अनुरोध किया है। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।