GORAKHPUR : एक व्यापारी से बेनीगंज चुकी प्रभारी द्वारा 50 लाख रुपया लेकर हड़प कर जाने का मामला सामने आया था। इस संबंध में नवीन कुमार श्रीवास्तव पुत्र विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव निवासी बेनीगंज लाल टोला थाना तिवारीपुर जनपद गोरखपुर द्वारा कोतवाली थाने में मंगलवार 9 अप्रैल को प्रार्थना पत्र देकर मामले की शिकायत की गई। मामला 50 लाख का होने और पुलिस से जुड़ा होने से आला अधिकारी हरकत में आए और आनंद-फानन में 9 अप्रैल को अपराध संख्या 93/2024 धारा 379 4006 420 506 व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें 2021 बैच के दोरोगा, बेनीगंज चौकी प्रभारी आलोक सिंह और प्रिंस श्रीवास्तव को नामजद तथा दो - तीन अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। मामले में शामिल दोनों नामजद आरोपियों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। इससे पहले पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 44 लाख रुपया बरामद किया।
इंस्पेक्टर कोतवाली के पूछने पर आरोपी दरोगा ने किया था घटना से इनकार
मामले की सुगबुगाहट पर जब इंस्पेक्टर कोतवाली चितवन कुमार ने चौकी प्रभारी आलोक कुमार से मामले के बारे में पूछा तो दरोगा ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया। इसके बाद जब पीड़ित ने आला अधिकारियों से शिकायत की और अधिकारियों ने दारोगा आलोक के साथ इंस्पेक्टर कोतवाली को तलब कर लिया। जब अधिकारियों के सामने मामला खुला तो इंस्पेक्टर के होश उड़ गए। इसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
क्या था पूरा मामला
नवीन श्रीवास्तव ने बताया कि वह एक व्यापारी और व्यापार के सिलसिले में प्रतिदिन रूपों का कलेक्शन करके देर शाम तक घर जाता है। बीते 3 अप्रैल को जब वह 50 लाख रुपए थैली में लेकर चरण लाल चौराहे से हरीश चौराहे की तरफ 6:00 बजे शाम को अपनी मोटरसाइकिल से अपने भाई गगन कुमार श्रीवास्तव के साथ जा रहा था। तभी बेनीगंज चौकी के पास दरोगा आलोक सिंह ने उसे रोका। उनके साथ दो-तीन और लोग थे जिसमें से एक का नाम प्रिंस श्रीवास्तव था ।
व्यापारी को धमकाने लगा दारोगा
नवीन ने बताया कि दरोगा ने पकरा जांच करना है इसके बाद जब उन्होंने कहा की थैले में 50 लाख रुपया है तो दरोगा समेत वहां खड़े दो-तीन अन्य लोग एक दूसरे को देखने लगे। 50 लाख रुपया देखकर दरोगा जी की नियत खराब हो गई और उन्होंने रूपों को लूट का बताते हुए नवीन को बुरी तरह से डराया धमकाया ।
बहरहाल जांच के नाम पर दरोगा ने व्यापारी से पैसे ले लिए और बाद में आने को कहा इसके बाद दूसरे दिन व्यापारी ने फिर दरोगा जी संपर्क किया लेकिन इस बार भी उन्हें डराया धमकाया गया और कहां गया की जांच हो जाने के बाद फोन से सूचित किया जाएगा । लेकिन जब 2 दिन बाद भी दरोगा जी का फोन नहीं आया तो नवीन दरोगा जी के पास गए जहां पर एक बार फिर उनको डराया धमकाया ।
घटना की शिकायत जब नवीन श्रीवास्तव ने अपने घर वालों से की तो घर वालों ने उनका हौसला बढ़ाया और पुलिस के उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करने की बात कही। इसके बाद अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेते हुए इंस्पेक्टर कोतवाली को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।
मनव्वर रिज़वी