PATNA : स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिहार की गिनती पिछड़े राज्यों में होती है। लेकिन यहां के डॉक्टरों ने ऐसा कमाल कर दिया है जो कि बड़े शहरों के महंगे अस्पतालों में भी शायद ही कभी सुनने को मिलता है। यहां आईजीआईएमएस में बुजुर्ग मरीज को बेहोश किए बिना पहली बार ओपेन हार्ट सर्जरी की गई। लगभग डेढ़ घंटे की सर्जरी के दौरान दरभंगा के कुशेश्वर स्थान निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग हनुमान चालीसा सुनते रहे और बीच-बीच में डॉक्टरों से बात करते रहे। यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। अब मरीज की हालत स्थिर है। बताया गया कि पूर्वी भारत में पहली बार इस तरह का ऑपरेशन किया गया है।
यह ऑपरेशन अस्पताल के सीटीवीएस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शील अवनीश और उनकी टीम ने किया। इस टीम में सीटीवीएस डॉ. तुषार कुमार, डॉ. अभिनव, डॉ. समर, एनेस्थिसिया के हेड डॉ. पीके दुबे, डॉ. आलोक भारती, डॉ. आलोक कुमार, विशेषज्ञ नर्सिंग स्टाफ श्वेता कुमारी, कुमारी ज्योतसना, परफ्यूसनिस्ट प्रियांशु प्रिया, सैयद शाहरुख और दिया प्रकाश शामिल थे।
99 परसेंट हार्ट ब्लॉकेज
डॉ. शील अवनीश ने बताया कि 80 वर्षीय बुजुर्ग डायबिटीज, किडनी, फेफड़े और अस्थमा की बीमारी से भी ग्रसित थे। इनके हार्ट के दो नसों में 99 प्रतिशत ब्लॉकेज था। राज्यभर के कई सरकारी और निजी अस्पताल में मरीज की स्थिति को देखकर ऑपरेशन नहीं किया गया। यह ऑपरेशन सिर्फ हार्ट के सीएबीजी विधि से ही संभव था। इस दुर्लभ सर्जरी के सफल होने पर आईजीआईएमएस के निदेशक डॉ. बिंदे कुमार, उपनिदेशक डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने पूरी टीम को बधाई दी है।