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संपत्ति के मामले में बहन जी की पार्टी ने सभी को पछाड़ा, सिर्फ एक पार्टी की प्रॉपर्टी उनसे अधिक, सभी पार्टियों की रिपोर्ट जारी

संपत्ति के मामले में बहन जी की पार्टी ने सभी को पछाड़ा, सिर्फ एक पार्टी की प्रॉपर्टी उनसे अधिक, सभी पार्टियों की रिपोर्ट जारी

DESK : पिछले सात साल से केंद्र की सत्ता में बीजेपी का राज है. 18 राज्यों में उनकी सरकार है। वह बिजनेसमैन की पहली पसंद माने जाते हैं। इसलिए इस बात में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि बीजेपी की संपत्ति सभी दलों की तुलना में अधिक होगी। लेकिन, बीजेपी के बाद जिस पार्टी की संपत्ति सबसे अधिक बताई गई है. वह कांग्रेस नहीं, बल्कि बहन मायावती की बसपा है। जहां भाजपा की कुल संपत्ति 4,847.78 करोड़ रुपए बताई गयी है, वहीं बसपा के पास 698.33 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इस मामले में तीसरे नंबर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) है, जिन्होंने 588.16 करोड़ रुपए (8.42%) की संपत्ति घोषित की हैं।

दरअसल हर साल एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) देश की सभी राजनीतिक दलों की रिपोर्ट जारी करती है।   जिसमें वित्त वर्ष 2019-2020 के दौरान 7 राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की कुल संपत्ति क्रमश: 6,988.57 करोड़ रुपए और 2,129.38 करोड़ रुपए दर्ज की गई है। जिसमें 44 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों में से टॉप 10 राजनीतिक दलों ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सभी क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति का 2,028.715 करोड़ रुपए या 95.27% की संपत्ति घोषित की है।

क्षेत्रीय दल होने के बाद भी बसपा की आमदनी बढ़ी

राष्ट्रीय पार्टियों में सबसे ज्यादा संपत्ति भाजपा की बताई गई है। भाजपा 4,847.78 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ पहले स्थान पर है। जो कि सभी पार्टियों की कुल संपत्ति का 69.37% है। लेकिन, रिपोर्ट में बसपा की संपत्ति में चौंकानेवाली वृद्धि हुई है. वह न सिर्फ क्षेत्रीय दलों में सबसे अमीर पार्टी है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर की पार्टी को भी उन्होंने पीछे छोड़ दिया है।  ADR के मुताबिक इसके बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) का स्थान रहा, जिसने 698.33 करोड़ रुपए (9.99%) की संपत्ति घोषित की है। 

पिछड़ों की पार्टी मानी जाती है बसपा

मायावती की बसपा दलितों और पिछड़ों की पार्टी मानी जाती है। जो कि ज्यादा संपन्न नहीं माने जाते हैं। वहीं यूपी की सत्ता से भी वह एक दशक से दूर हैं। संसद में पार्टी के पास कोई लोकसभा सांसद नहीं है। वहीं यूपी उत्तराखंड को छोड़कर ज्यादातर राज्यों में उनकी पार्टी की मौजूदगी लगभग खत्म हो चुकी है। लेकिन, इसके बाद भी बसपा की संपत्ति में बढ़ोतरी  चौंकानेवाली है।

क्षेत्रीय पार्टियों में कौन कितना अमीर

इनमें सबसे ज्यादा संपत्ति समाजवादी पार्टी (सपा) ने 563.47 करोड़ रुपए (26.46%) घोषित की, उसके बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) ने 301.47 करोड़ रुपए और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIDMK) की ओर से 267.61 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की गई है।

एफडी में BJP के पास 3,253 करोड़ जमा

राष्ट्रीय दलों में, भाजपा 3,253.00 करोड़ रुपए और बसपा ने 618.86 करोड़ रुपए FDR के तहत सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित की। जबकि कांग्रेस ने FDR के तहत वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 240.90 करोड़ रुपए का उल्लेख किया है।

क्षेत्रीय दलों में सपा (434.219 करोड़ रुपए), टीआरएस (256.01 करोड़ रुपए), अन्नाद्रमुक (246.90 करोड़ रुपए), द्रमुक (162.425 करोड़ रुपए), शिवसेना (148.46 करोड़ रुपए) और बीजू जनता दल यानी बीजद (118.425 करोड़ रुपए) FDR के तहत सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित की।

7 राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों द्वारा समान अवधि के लिए घोषित कुल लायबिलिटी 134.93 करोड़ रुपए रही। राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने कुल देनदारियों को 74.27 करोड़ रुपए, जबकि क्षेत्रीय राजनीतिक दलों ने 60.66 करोड़ रुपए की कुल लायबिलिटी घोषित की।

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