PATNA : बिहार में एससी-एसटी छात्रवृति घोटाला की निगरानी जांच जारी है। अबतक 20 अधिकारी जांच के लपेटे मे आ चुके हैं। इन अधिकारियों पर निलंबन और केस दर्ज करने की कार्रवाई हुई है। सूबे के अलग-अलग जिलों में कल्याण अधिकारियों पर केस भी दर्ज किया गया है । राशि वसूली को लेकर भी विभाग कार्रवाई कर रहा है ।
पाई-पाई वसूल होगी सरकारी राशि
सूचना भवन मे अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग की मासिक प्रेस कांफ्रेंस हुई। विभागीय मंत्री रमेश ऋषिदेव और सचिव प्रेम सिंह मीणा ने कहा की छात्रवृति घोटाला की निगरानी जांच की जा रही है और इस घोटाले मे जो भी अधिकारी भी शामिल हैं उन पर कार्रवाई तय है। किसी को बचाने का सवाल नही है । राज्य सरकार ने 13 फरवरी 2016 को ही निगरानी विभाग से जांच कराने के आदेश दिए थे। निगरानी विभाग वित्तीय वर्ष 2013-14 से पूर्व के एससी-एसटी छात्रवृति घोटाला की जांच कर रहा है। जांच मे जिन अधिका है । विभाग के सचिव ने कहा की उनके स्तर से अबतक तक 10 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है । बाकी अन्य पर कार्रवाई जारी है। सरकार का पैसा जिन लोगों ने अपनी जेब मे रखा है उनसे पाई-पाई वसूल होगा। विभागीय सचिव ने कहा की बक्सर, औरंगाबाद, गया , अररिया सहित अन्य जिला के कल्याण पदाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है । सचिव ने कहा कि बिहार के सभी एससी –एसटी छात्रावास और स्कूलों की जांच की जा रही है । जहां कहीं गड़बड़ी मिल रही है, कार्रवाई की जा रही है । अगर जरूरत पड़ी तो दूसरी एजेंसी से भी जांच कराई जाएगी।
REPORT BY VIVEKANAND