त्रिवेणीगंज में प्रखंड प्रमुख के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज, काजल और ममता कुमारी आमने सामने

SUPAUL : राज्य में पंचायत चुनाव सम्पन्न हो गए हैं। अब उपमुखिया, जिला अध्यक्ष और प्रखंड प्रमुख के निर्वाचन की तिथि भी घोषित कर दी गयी है। इसी कड़ी में जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड में प्रमुख व उप प्रमुख पद के लिए राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। प्रमुख व उप प्रमुख पद के दावेदार और उनके समर्थक नवनिर्वाचित पंचायत समिति सदस्य के यहां दस्तक देना शुरू कर दिया है। 

निवर्तमान पूर्व प्रमुख रूकसाना खातुन इस बार चुनावी मैदान में नहीं थी। जिससे पूर्व प्रमुख काजल कुमारी एक बार फिर अपने निर्वाचन क्षेत्र संख्या से चुनाव जीतकर प्रमुख पद के लिए दावेदारी मजबूती से पेश कर रही हैं। वही दुसरे तरफ ममता कुमारी भी दावेदारी कर रही है। मालूम हो कि प्रखंड के 23 पंचायत अधिकांश पंसस नए जीत कर आए हैं। प्रमुख व उप प्रमुख बनने के लिए 17 पंचायत समिति सदस्य की आवश्कता जरूरी है। जीते हुए पंसस को अपने पक्ष में गोलबंद करने में प्रमुख व उप प्रमुख पद के दावेदार जुटे हुए हैं। पक्ष व विपक्ष के द्वारा लगातार गुप्त रुप से बैठक का दौर चल रहा है। जहां उप प्रमुख का पद सामान्य है।

वहीं प्रमुख पद अति पिछड़ा के लिए आरक्षित है। प्रखंड के राजनीतिक मामलों के जानकारों का माने तो यहां प्रमुख व उप प्रमुख पद के लिए जातीय राजनीति समीकरण कोई मायने नहीं रखता है। जानकारों की मानें तो प्रमुख व उप प्रमुख पद के लिए अंदर ही अंदर पैसों का भी खेल चल रहा है। लेकिन कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इधर अधिकांश नवनिर्वाचित पंसस बताते हैं कि इस बार भी वह लोग जाति धर्म से ऊपर उठकर बिना किसी लोग प्रलोभन के प्रमुख व उप प्रमुख का चुनाव विकास के मुद्दे पर करेंगे। 

सुपौल से पप्पू आलम की रिपोर्ट