डेस्क: भारत और इंग्लैंड के बीच आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेली जानी है। इस सीरीज के पहले दो टेस्ट मैचों के लिए अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने गुरुवार (28 जनवरी) को घरेलू अंपायरों की नियुक्तियों की घोषणा का ऐलान भी किया है। इन टेस्ट मैचों से वीरेंद्र शर्मा और अनिल चौधरी टेस्ट सीरीज में अंपायरिंग की शुरुआत करेंगे। इससे पहले दोंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग का काम कर चुके हैं।
ICC की तरफ से यह कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय अंपायरों को भी टेस्ट में उतारने पर विचार किया जा सकता है। आइसीसी ने अनिल चौधरी और वीरेंद्र शर्मा, जो की इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं , उन्हें पैनल ने टेस्ट में डेब्यू की पेशकश की है। चौधरी पहले टेस्ट में अंपायरिंग करेंगे। वहीं, वीरेंद्र शर्मा दूसरे टेस्ट मैच में नितिन मेनन के साथ खड़े होंगे। इसके अलावा, सी शमशुद्दीन पहले टेस्ट में तीसरे अंपायर होंगे, लेकिन उसे डेब्यू नहीं कहा जायेगा , क्योंकि टीवी अंपायर को आधिकारिक रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया जाता। वहीं, पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ दोनों टेस्ट मैचों के लिए मैच रेफरी हैं, जो 5 से 9 फरवरी तक खेला जायेगा और फिर 13 से 17 फरवरी तक चेन्नई में खेला जायेगा । अहमदाबाद में तीसरे और चौथे टेस्ट के लिए अधिकारी (24-28 फरवरी और 4-8 फरवरी) की घोषणा भी जल्द की जाएगी। टेस्ट मैचों के बाद, होने वाले सभी (पांच टी 20 और तीन वनडे) को सफेद बॉल से खेला जायेगा, जिसके लिए भारतीय अंपायर ही होंगे।
कोरोना के कारण विदेश अंपायरों की नहीं हो रही नियुक्ति
आम तौर पर टेस्ट मैचों में दोनों फील्ड अंपायर तटस्थ देशों से होते हैं, लेकिन वैश्विक महामारी और प्रतिबंधित यात्रा सुविधाओं की वजह से विश्व निकाय ने 'तटस्थ अंपायरों' की नीति को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। बांग्लादेश-वेस्टइंडीज सीरीज के लिए भी बांग्लादेश में पर्याप्त योग्य अंपायरों की कमी थी, ऐसे में अंग्रेजी अंपायरों को भेजा गया ताकि सीरीज सही ढंग से हो सके |