सर्जिकल स्ट्राइकको लेकर कांग्रेस के दावे की पोल सेना ने खोल दी है। सेना ने कांग्रस की ओर से पहले किए गए किसी भी सर्जिकल स्ट्राइक की बात को सिरे से नकार दिया है। सेना ने आज सफाई देते हुए कहा कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक सितंबर 2016 में की गई। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सेना ने यूपीए शासन काल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक होने का दावा किया था।
उत्तरी कमांड के जीओसी इन चीफ ले.जनरल रणबीर सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कुछ दिनों पहले डीजीएमओ ने एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक सितंबर 2016 को हुई थी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां इस बारे में क्या कह रही हैं, वे उसका जवाब सरकार को दें। मैं आपको सिर्फ तथ्यों की जानकारी दे रहा हूं, जिसके अनुसार सर्जिकल स्ट्राइक 2016 से पहले नहीं हुई।
सेना ने साथ हीबालाकोट एयर स्ट्राइकको बेहद प्रशंसनीय बताया है। नॉदर्न कमांड के जीओसी इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि वायुसेना के एयरक्राफ्ट सीमा के अंदर गए और आतंकी ठिकानों को खत्म कर सुरक्षित वापस आ गए। सर्जिकल स्ट्राइक पर हो रही राजनीति पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल क्या कहते हैं हम इसपर कॉमेंट नहीं दे सकते हैं।बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार के उस दावे को नकारा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक पीएम मोदी के कार्यकाल में हुई। मनमोहन सिंह ने पिछले महीने ही एक इंटरव्यू में बताया था कि मोदी से पहले भी यूपीए के कार्यकाल में सर्जिकल स्ट्राइक होती रही हैं। राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी छ: स्थानों के नाम भी बताए थे।