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इंजीनियर के लापता होने के 4 दिन के बाद भी कोई सूचना नहीं,परिजनों का सरकार के खिलाफ आक्रोश, पत्नी बोली- पति का चेहरा तो दिखा दो..

 इंजीनियर के लापता होने के 4 दिन के बाद भी कोई सूचना नहीं,परिजनों का सरकार के खिलाफ आक्रोश, पत्नी बोली- पति का चेहरा तो दिखा दो..

पटना...चार दिन पूर्व उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की वजह से आए जलजले में लापता पटना के इंजीनियर मनीष का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल सका है. लापता इंजीनियर मनीष पटना के रानीतालाब थाना इलाके के निसरपुरा गांव के रहने वाला थे. लापता इंजीनियर मनीष की शादी दो माह पूर्व 8 दिसंबर 2020 को नौबतपुर थाना इलाके के चेसी  निवासी अरविंद सिंह की पुत्री अंकिता के साथ हुई थी. अंकिता के हाथों की मेहंदी अभी फीकी भी नहीं पड़ी थी कि एक मनहूस खबर ने उसे जिंदगी के चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया। उधर, इंजीनियर मनीष की पत्नी के साथ साथ परिवार के लोग और अंकिता का रो-रोकर बुरा हाल है. ग्रामीणों के साथ साथ उनके परिवार के लोग ने पूजा-पाठ कर उनकी सलामती के लिए ईश्वर से प्राथना भी कर रहे हैं. चिंतित परिजन ने बिहार सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार से सहयोग की गुहार लगाया है.

 मनीष के घटनास्थल से मालवा ना हटाने को लेकर भी लोगों में सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश दिख रहा है. चार दिन बीतने के बाद भी अब तक मनीष के परिजनों को कोई सूचना ना मिलने के कारण उनके परिवार का सब्र का बांध भी टूटता दिख रहा है. मनीष के चाचा जितेंद्र कुमार बताते हैं कि सरकार के पास सभी तरह के उपकरण मौजूद है फिर भी उत्तराखंड की सरकार मलवे से खोजबीन की काम नहीं कर रही है. इससे लोगों में उनके प्रति काफी गुस्सा बढ़ रहा है. बिहार सरकार उतराखंड के जोशीमठ की घटना फंसे बिहारीयो की चिंता नहीं कर अपना मंत्री मंडल विस्तार में व्यस्त है. 

उत्तराखंड की घटना में लापता बिहारी के लिए अब तक मुख्यमंत्री अपने तरफ से कोई पहल करते नहीं दिख रहे है. केंद्र की सरकार यहां तक कि मोदी की सरकार को इन सभी से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. चार दिन बीतने के बाद भी अब तक कई जगह से मलबा नहीं हटाया गया. बिहार सरकार और केंद्र सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द और सेना बढ़ाकर मलबा हटाने का कार्य करें ताकि जिंदा या मुर्दा ही मनीष का पता चले. इंजीनियर मनीष कुमार की पत्नी अंकिता ने बताया कि तबाही के एक दिन पहले उनकी बात मनीष से हुई थी लेकिन सुबह से उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा है. सरकार की तरफ से अभी तक उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है. इंजीनियर मनीष कुमार की भतीजी सृष्टि बताती है कि सरकार को चाहिए इस घटना में सेना की टुकड़ी को लगाना चाहिए ताकि और जो भी ग्लेशियर में लोग फंसे हैं उसे जल्द से जल्द निकाला जाए लेकिन केंद्र की सरकार हो या राज्य की सरकार चुनाव और मंत्रिमंडल विस्तार में लगी हुई है. 

वही सृष्टि रोते हुए सरकार से गुहार लगा रही है कि सरकार पूरी देश की पूरी सेनाओं की टुकड़ी को वहां लगाया जाए जिससे  कार्य को जल्द से जल्द पूरा करके जो भी लोग फंसे हैं उसे सुरक्षित निकाला जाए. इस घटना में 150 से 200 लोग अभी भी फंसे हुए हैं लेकिन सरकार को इसकी चिंता नहीं है. यहां तक सृष्टि ने बताया कि देश में केवल 5 ही टुकड़ियां काम करती है क्या देश की सेनाओं के पास कई नए तकनीकी उपकरण भी हैं लेकिन अब तक उसका उपयोग इस घटना में नहीं की है जहां ज्यादा लोग फंसे हुए हैं वहां अब तक कार्य शुरू भी नहीं हुआ है इसलिए सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द कार्य को तेजी से पूरा करें और जो भी लोग फंसे हुए उसे सुरक्षित निकाला जाए. यहां तक सृष्टि ने बताया कि बिहार सरकार अब तक इस घटना को लेकर गंभीर नहीं है यहां तक कि सरकार ने अब तक न केंद्र सरकार से बात की और ना ही वहां के राज सरकार से बात की है झारखंड सरकार ने बचाव राहत के लिए नंबर भी जारी कर दी लेकिन बिहार सरकार अब तक कोई भी नंबर जारी नहीं की जिसके कारण वहां की गतिविधि के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है चार दिन होने को है लेकिन अब तक कोई भी सूचना अस्पष्ट तरीके से प्रशासन की तरफ से नहीं मिली है बिहार सरकार केवल अपने मंत्रिमंडल विस्तार में लगी हुई है उनकी उन्हें राज्य की जनता की कोई फिक्र नहीं है राज्य के कई लोग उस घटना में लापता है इसके बावजूद भी राज्य के मुख्यमंत्री अब तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है.


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